Loan Types: बैंक और लोन, इन शब्दों से पाला तो आमतौर पर सभी का पड़ता है। आमतौर पर लोन के प्रकार के बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं। अमूमन लोगों को होम लोन, ऑटो लोन, पर्सनल लोन या फिर गोल्ड लोन के बारे में ही पता होता है। लेकिन बता दें कि बैंक पूरे 18 तरह का लोन होता है। जो बैंक से मिलता है।
सेल्फ एम्प्लॉइड बिजनेस लोन
खासतौर से व्यापार करने वालों के लिए है। इसके लिए व्यापार से जुड़े कागजात देने होते हैं। जैसे आयकर रिटर्न, बैंक स्टेटमेंट व अन्य वित्तीय कागजात। इसका उपयोग कारोबार बढ़ाने या फिर नए व्यापार शुरू करने के लिए होता है।
अनसिक्योर्ड पर्सनल लोन
बैंक व्यक्तिगत रूप से बिना कोई कोलैटरल के अनसिक्योर्ड निजी लोन जारी करता है। इस लोन का उपयोग कर्ज लेने वाला अपनी मर्जी से किसी जगह भी कर सकता है। यह लोन कमाई और क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करता है। लिहाजा ब्याज दरें अधिक होती हैं।
एफडी या गोल्ड को गिरवी
किसी तरह का कोलैटरल यानी गिरवी रखने पर बैंक लोन जारी करते हैं। इसके लिए बैंक के पास संपत्ति, एफडी या गोल्ड को गिरवी रखना होता है। कोलैटरल की वजह से बैंक ऐसे लोन पर ब्याज दरें कम रखते हैं। इसमें लोन का पैसा गिरवी रखी चीजों के अनुपात में तय किया जाता है।
पर्सनल लाइन ऑफ क्रेडिट
खास तरह का लोन होता है पर्सनल लाइन ऑफ क्रेडिट। इसमें बैंक किसी ग्राहक को पहले अप्रूव्ड करके देते हैं। इसमें लोन की राशि पहले से तय होती है। जिसे जरूरत के हिसाब से उपयोग किया जाता है। इसमें बैंक क्रेडिट लाइन तय करता है ग्राहक अपनी जरूरी के हिसाब से उससे पैसा निकालते हैं। जितना पैसा उपयोग करेंगे, उसी पर ब्याज लिया जाता है।
सैलरी एडवांस लोन
नौकरी करने वालों को ही सैलरी एडवांस लोन मिलता है। इसमें सैलरी आने से पहले अपनी सैलरी का पैसा एडवांस के तौर पर ले सकते हैं। इसका उपयोग इमरजेंसी में पैसों की जरूरत होने पर किया जाता है। इसकी ब्याज दर अधिक होती हैं। कुछ संस्थान अपने कर्मचारियों को एडवांस सैलरी का विकल्प देते हैं। जिस पर कोई ब्याज नहीं लिया जाता है।
बैंक वेडिंग लोन
खासतौर से शादी के लिए बैंक वेडिंग लोन देते हैं। इसमें वेन्यू बुकिंग, कैटरिंग, डेकोरेशन और कपड़ों का खर्चे शामिल होते हैं। इसका मतलब है कि शादी में खर्चे की चिंता लेने के बजाए बैंक से वेडिंग लोन लेना अच्छा विकल्प है। बेहतर होगा कि लोन से पहले उसके चुकाने का प्लान बना लेना चाहिए।
मेडिकल लोन
इलाज के लिए अस्पताल खर्च उठाने या किसी ऑपरेशन में लगने वाले पैसों का बोझ उठाने के लिए ये लोन लिया जाता है। इसमें अस्प्ताल खर्च, सर्जरी, डॉयनोस्टिक व अन्य मेडिकल का खर्चे शामिल हैं।
एजुकेशन लोन
पढ़ाई और रहन-सहन, किताबें और अन्य खर्च के लिए एजुकेशन लोन का उपयोग होता है। इसमें स्कूल फीस शामिल होती है। यह ग्रेजुएट से लेकर पोस्ट ग्रेजुएट और प्रोफेशनल कोर्सेस के लिए मिलता है। इसमें कोर्स की पढ़ाई होने तक मोरेटोरियम मिलता है। कई बैंक ब्याज पर सब्सिडी देते हैं।
दुनिया घूमने के लिए लोन
दुनिया घूमने का सपना देखने वालों को बैंक निराश नहीं करता। इसके लिए बैंक ट्रैवल लोन देते हैं। इसमें फ्लाइट टिकट, वीजा फीस, रहने के अलावा अन्य तरह के खर्चे भी शामिल होते हैं। इसके लिए बैंक रीपेमेंट की निश्चित अवधि तय करते हैं और इसकी ब्याज दरें अधिक होती हैं।
डेब्ट कंसोलिडेशन लोन
अगर किसी के ऊपर एक साथ कई तरह का लोन है। वह सभी को मिलाकर एक लोन में बदलवा सकता है। इसे डेब्ट कंसोलिडेशन लोन कहते हैं। इसके माध्यम से लोन ब्याज दर घटाने के साथ एक जगह सभी तरह की ईएमआई जमा की जा सकती है।
घर की मरम्मत और पुताई के लिए लोन
दिवाली या त्योहार पर घर मरम्मत कराना है या पुताई के अलावा डिजाइन बदलना है तो इसके लिए बैंक होम रेनोवेशन लोन देता है। इसमें किचन को मॉडूलर कराना, बाथरूम अपग्रेड करने जैसे बदलाव शामिल हैं। यह सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड होता है। इसी आधार पर ब्याज दरें तय होती हैं।
इलेक्टॉनिक सामान खरीदने के लिए लोन
अगर इलेक्टॉनिक सामान खरीदना है— जैसे फ्रिज, टीवी, स्मार्टफोन, एसी, लैपटॉप या फिर होम फर्नीचर तो इस लोन का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें ब्याज और रीपेमेंट की अवधि लोन की राशि पर निर्भर होती है।
शॉर्ट टर्म लोन
यह शॉर्ट टर्म लोन कहलाता है। जिसमें कम धनराशि डिस्बर्स किए जाते हैं। इसका उपयोग आपात खर्च के लिए किया जा सकता है। यह एक तरह का अनसिक्योर्ड पर्सनल लोन है। लिहाजा इस पर ब्याज दरें अधिक रहती हैं।
यूज्ड कार लोन
ऐसे ग्राहक जो पुरानी कार खरीदने की तैयारी कर रहे हैं। उन्हें बैंक ऐसा लोन ऑफर करते हैं। सेकंड हैंड कार खरीदने के लिए बैंक से यूज्ड कार लोन ले सकते हैं। इस पर ब्याज दर बहुत अधिक नहीं होती। यह कार की कीमत, उसकी कंडीशन के हिसाब से लोन की रकम तय होती है।
सिक्योर्ड लोन
इस लोन को सिक्योर्ड लोन कहते है। जो सोने के जेवर के बदले दिए जाते हैं। बैंक कोलैटरल के तौर पर सोना गिरवी रखते हैं और तत्काल रुपए उपलब्ध कराते हैं। लोन की राशि सोने की बाजार कीमत का करीब 70 प्रतिशत तक रहता है। तत्काल पैसों की जरूरत है तो यह बहुत ही काम का लोन है।
बिजनेस या पर्सनल व्यक्ति लोन
किसी व्यापार या पर्सनल व्यक्ति को दिया जाता है। इसमें पहले लोन की राशि तय होती है। क्रेडिट लाइन पहले निर्धारित हो जाती है। ग्राहक को जितनी जरूरत है। उतना पैसा निकालेगा और उसी हिसाब से ब्याज दर तय होती हैं। यानी बैंक क्रेडिट कार्ड लिमिट के आधार पर क्रेडिट लाइन बनाते हैं। इसमें तय की गई धनराशि तक लोन जब चाहें आप ले सकते हैं।
क्रेडिट कार्ड लिमिट लोन
क्रेडिट कार्ड हैं तो उस पर लोन मिल सकता है। बैंक की तरफ से लोन की राशि पहले तय होती है। यानी बैंक क्रेडिट कार्ड लिमिट के आधार पर पहले क्रेडिट लाइन बना देते हैं। इसमें तय राशि तक लोन जब चाहें ले सकते हैं।
डिजिटल तरीके से लोन
कोरोना लाकडाउन के बाद लोन ऐप्स के माध्यम से भी लोन लेने की संख्या काफी बढ़ी है। इन लोन ऐप्स पर तत्काल लोन का पैसा मिलता है। इसकी पूरी प्रक्रिया डिजिटल तरीके से होती है। यह डॉक्यूमेंट से लेकर प्रोसेसिंग और पैसे का डिस्बर्सल तक सब डिजिटल तरीके से पूरा किया जाता है।