Rajasthan Assembly Elections 2023: Rajasthan Assembly Elections में भाजपा 30 प्रतिशत सिटिंग विधायकों के टिकट काटेगी। इसके लिए भाजपा ने मध्यप्रदेश में विधायकों को टिकट देने के लिए जो रणनीति अपनाई वह राजस्थान में भी देखने को मिलेगी। यानी भाजपा राजस्थान में भी सांसदों और केंद्रीय मंत्रियों को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतार सकती है। हालांकि, पार्टी इन नेताओं को उन्हीं सीटों पर टिकट देगी, जहां भाजपा के हार का खतरा है।
भाजपा ने राजस्थान में अपना फोकस बढ़ा दिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी सभा के बाद संघ और भाजपा ने राजस्थान में अपना फोकस बढ़ा दिया है। शीर्ष नेतृत्व पहली उम्मीदवारों की सूची जारी करने के जोड़ तोड़ में जुट गया है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा जयपुर पहुंच रहे हैं। पार्टी के भीतर चर्चा है कि इस बार कुछ मौजूदा विधायकों के टिकट कटे जाएंगे। जिन विधायकों के टिकट काटे जाएंगे उनकी संख्या 30 से 35 फीसदी बताई जा रही है। इसके अलावा मध्यप्रदेश की तर्ज पर कुछ सांसदों को विधानसभा के चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है।
दरअसल, भाजपा विधानसभा चुनाव में किसी प्रकार का जोखिम नहीं लेना चाहती है। इसलिए प्रत्याशियों के चयन में सावधानी बरत रही है। जिन विधायकों के टिकट कट सकते हैं, उन्हें लेकर प्रदेश में हलचल मची हुई है। इस बीच महिला आरक्षण के बिल प्रस्तुत करने के बाद भाजपा महिला उम्मीदवारों के लिए अलग से विचार हो रहा है। जबकि कई नाम ऐसे हैं जिन पर BJP election committee की राय लगभग तय हो चुकी है।
शाह-नड्डा करेंगे बैठक, संघ से लेंगे राय
केंद्रीय मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा आज बुधवार शाम और कल गुरुवार सुबह भाजपा और संघ के नेताओं के साथ बैठक करेंगे। बैठक में विधानसभा चुनावों में टिकट बंटवारे व चुनावों में संघ की भूमिका को लेकर विचार-विमर्श होगा। दोनों नेता बुधवार शाम करीब 7 बजे विशेष विमान से जयपुर पहुंच गए हैं। जयपुर पहुंचने के बाद दोनों नेता सीधे प्रदेश भाजपा मुख्यालय गए। जहां पर रात भाजपा कोर कमेटी की बैठक होगी।
बैठक में दोनों नेता आगामी विधानसभा चुनावों में टिकट बंटवारे, प्रदेश के सियासी समीकरणों को लेकर चर्चा करेंगे। वहीं हाल में संपन्न हुई भाजपा की परिवर्तन यात्रा के दौरान मिले फीडबैक को लेकर बैठक में चर्चा की जाएगी। बैठक के बाद नड्डा और शाह जयपुर में ठहरेंगे। गुरुवार सुबह दोनों नेता संघ कार्यालय जाएंगे। जहां दोनों नेता जयपुर के संघ के नेताओं के साथ आगामी चुनावों में संघ की भूमिका पर विचार-विमर्श करेंगे। लंबे समय से संघ के वरिष्ठ प्रचारक प्रकाश चंद को आगामी चुनावों के लिए बड़ी जिम्मेदारी देने पर चर्चा चल रही है। इसे लेकर नड्डा और शाह संघ नेताओं के साथ चर्चा करेंगे। माना जा रहा है कि दोनों नेताओं के इस दौरे के बाद प्रकाश चंद नई भूमिका में नज़र आएंगे।
मध्य प्रदेश की तरह केंद्रीय मंत्री और सांसदों को उतारने की तैयारी
दरअसल, भाजपा ने मध्यप्रदेश में टिकट देने के लिए जो रणनीति अपनाई है। वह राजस्थान में देखने को मिलेगी। यानी भाजपा राजस्थान में भी सांसदों और केंद्रीय मंत्रियों को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी में है। हालांकि, पार्टी इन नेताओं को उन्हीं सीटों पर टिकट देगी, जहां भाजपा की हार का खतरा सामने है।
भाजपा का अधिक फोकस सी और डी कैटेगरी की सीटों पर है। भाजपा इन श्रेणी की सीटों पर अब जीत हासिल करने के लिए जुटी हुई है। ऐसे में इन कमजोर सीटों पर भाजपा अपने केंद्रीय मंत्री और सांसदों को उतारने का मन बना रही है। जहां सी और डी कैटेगरी में पार्टी के दिग्गजों को उतारकर भाजपा वहां से जीत के लिए अश्वस्त होगी। इनमें केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, गजेंद्र सिंह शेखावत और कैलाश चौधरी शामिल हैं। इसके अलावा भाजपा डॉ किरोड़ी लाल मीणा, भागीरथ चौधरी, सुखबीर सिंह जौनपुरिया जैसे सांसदों को सी और डी कैटेगरी की सीटों पर उतार कर बड़ा दावा खेलने की तैयारी में है।