चाचा शिवपाल यादव के आवास पर आज भतीजे अखिलेश की लगभग 50 मिनट मुलाकात हुई. वैसे तो यह रिश्तेदारों का मामला है, कभी भी मिलने मिलाने जा सकते हैं लेकिन सभी जानते हैं कि इन दोनों की मुलाकातें रिश्तेदारी से बढ़कर होती हैं, खासकर तब जब हर पार्टी 2024 की तैयारी कर रही है. मायावती भी पूरे ज़ोरशोर से पार्टी में नई युवा ऊर्जा भरने की कोशिश कर रहीं है इसलिए शिवपाल और अखिलेश की मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में सुगबुगाहट शुरू हो गयी है.
सांगठनिक फेरबदल की तैयारियों की बात
बताया जा रहा समाजवादी पार्टी जल्द ही बड़े पैमाने पर सांगठनिक फेरबदल की तैयारी कर रही है, सोशल मीडिया की टीम उसने बदल ही दी है. यह भी कहा जा रहा है कि पार्टी में चाचा का क़द बढ़ने वाला है, उन्हें कुछ बड़ी ज़िम्मेदारी दी जाने वाली है. भाजपा का मज़बूत संगठन और सत्ता की पहुँच, भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेसियों में बढ़ता जोश और मायावती का अकेले दम पर चुनाव लड़ने का एलान, इन सब बातों ने कहीं न कहीं समाजवादी पार्टी के कान खड़े कर दिए हैं , उसे अब तीन मोर्चों पर लड़ाई होती नज़र आ रही है.
निकाय चुनाव में धांधलियों पर चर्चा
बताया जा रहा है कि इन्हीं सब बातों को लेकर आज अखिलेश शिवपाल से चर्चा करने के लिए उनके आवास गए. राज्य में जल्द ही निकाय चुनाव भी होने वाले हैं. अखिलेश जानते हैं कि इन चुनावों में किस तरह सत्ता का दुरूपयोग होता होता है, किस तरह इन चुनावों को प्रभावित करने में पुलिस और प्रशासन सत्ताधारी पार्टी का साथ देती है, इन बातों से निपटने का तजुर्बा अखिलेश से कहीं ज़्यादा शिवपाल को है. इस मीटिंग में इस मुद्दे पर भी चर्चा होने की बात कही गयी है. बहरहाल देर से ही सही अखिलेश को शिवपाल की अहमियत समझ में आ गयी है और इसलिए अब वो उनसे सलाह मशविरा करने लगे हैं. ।