अमेरिका के प्रमुख समाचार पत्र वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) में वाल्टर रसेल मीड ने एक लेख में भाजपा की तुलना मुस्लिम ब्रदरहुड, इसराइल की लिकुड पार्टी और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से की है, यही नहीं, मीड ने लिखा है कि भारत में पत्रकारों को इससे भी बदतर स्थिति का सामना करना पड़ सकता है वहीँ यूपी की योगी सरकार की तारीफ करते हुए लिखा है कि उसके साथ मुसलमानों का एक वर्ग साथ खड़ा है, वहीँ आरएसएस के बारे में लिखा है कि उसने जातिगत भेदभावना से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, इसके साथ ही भाजपा को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक महत्वपूर्ण पार्टी बताया है.
आबादी को महाशक्ति में बदलना चाहती है भाजपा
मीड ने अपने लेख में भाजपा की तुलना मुस्लिम ब्रदरहुड से करते हुए लिखा है कि वो भी उसी की तरह पश्चिमी उदारवाद के कई विचारों को खारिज करती है और आधुनिकता की प्रमुख विशेषताओं को अपनाती है। आगे चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से तुलना करते हुए मीड ने लिखा कि बीजेपी एक 130 करोड़ की आबादी को अपनी शक्ति बनाना चाहती है और देश को वैश्विक महाशक्ति बनाने की उम्मीद करती है। मीड ने लिखा कि इजरायल की लिकुड पार्टी की तरह बीजेपी भी लोकलुभावन वादों, पारंपरिक मूल्यों के साथ बाजार समर्थक आर्थिक रुख को जोड़ती है. भाजपा उन लोगों के गुस्से को भी प्रसारित करती है, जिन्होंने पश्चिमी-केंद्रित सांस्कृतिक और राजनीतिक अभिजात वर्ग द्वारा खुद को तिरस्कृत महसूस किया है।
पत्रकारों पर बढ़ेगा उत्पीड़न
मीड के लेख में कहा गया है कि लोग पूछते हैं कि मोदी का भारत डेनमार्क जैसा क्यों नहीं है। मीड आगे लिखते हैं कि उनकी चिंता पूरी तरह गलत नहीं है क्योंकि सत्तारूढ़ गठबंधन की आलोचना करने वाले पत्रकारों का उत्पीड़न हो रहा है और उन्हें इससे भी बदतर स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। लेख में यूपी की योगी सरकार की तारीफ में लिखा गया है कि 200 मिलियन आबादी वाले राज्य की भाजपा सरकार को मुसलमानों के वर्ग (शिया मुसलमान) का मजबूत समर्थन प्राप्त है। वहीँ आरएसएस की भी तारीफ़ करते हुए लिखा है इस संगठन के कार्यकर्ताओं ने जातिगत भेदभाव से लड़ने के प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।