स्पेशल स्टोरी
रविचंद्रन अश्विन ने अपने रिटायरमेंट का फैसला इस तरह किया कि साथी खिलाडियों को कानों कान खबर ही नहीं लगी. हालाँकि कहानियां बहुत सी हैं लेकिन अगर रविंद्र जडेजा ऐसा कह रहे हैं तो मानना पड़ेगा कि वाकई बड़े चुपके से ये फैसला लिया गया. अश्विन के इस बम फोड़ू रिटायरमेंट के बाद कई नाम अचानक सामने आ गए हैं जिनके बारे में चर्चाये शुरू हो गयी हैं. देखा जाय तो एक लम्बी फेहरिस्त ऐसे खिलाडियों की है जो टीम में हैं और टीम के बाहर भी हैं और जिनके रिटायरमेंट की उम्र हो चुकी है, बावजूद इसके कि सन्यास लेने की कोई उम्र नहीं होती। कुछ नाम तो रोहित शर्मा ने उसी दिन लिए जिस दिन अश्विन ने अपने रिटायरमेंट का बम फोड़ा। हालाँकि रोहित ने जिन खिलाडियों का नाम लिया उनमें से एक तो कमेंट्री पैनल में शामिल था और अपने बारे रोहित की राय सुनकर हंस रहा था. हालाँकि रोहित को जल्द ही एहसास हुआ कि पुजारा और अजिंक्य अभी रिटायर नहीं हुए हैं. इसीलिए उन्होंने कहा कि दोनों के पास वापसी के मौके हैं. लेकिन क्या वाकई मौके हैं, शायद नहीं और ये बात सभी को मालूम है.
बहरहाल वो बात मज़ाक में बदल गयी. अगले दो नाम और हैं जो टीम से बाहर हैं मगर अभी तक रिटायर नहीं हुए हैं, इशांत शर्मा और उमेश यादव, ये दो नाम इसी श्रंखला की एक कड़ी हैं जिनकी वापसी पुजारा और अजिंक्य की तरह नामुमकिन सी लगती है. अभी इस कड़ी में एक नाम और शामिल हुआ है हालाँकि उसकी वजह उनकी फिटनेस है जो उन्हें समय से पहले या फिर कह सकते हैं कि समय से रिटायरमेंट की तरफ धकेल रही है. ये नाम है मोहम्मद शामी का जिन्हें कई पूर्व खिलाडियों के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया दौरे पर होना चाहिए था लेकिन रोहित की मर्ज़ी के बावजूद हालात ऐसे नहीं बने कि शमी टीम का हिस्सा बनते। ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद टीम इंडिया को अब सीधे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलना है (मानकर चलते हैं कि टीम फाइनल में पहुंचेगी), वहां भी शामी दिखेंगे, ऐसा लगता तो नहीं है.
अब बात आती है कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली की. दोनों की मारक क्षमता प्रभावित हुई है, इसमें दो राय नहीं है. दोनों के पिछले कुछ सालों के आंकड़े भी इसकी गवाही देते हैं, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर विराट के बल्ले से एक शतक आया है लेकिन शेष पारियों में कितनी दयनीय स्थिति रही सबके सामने है, रोहित शर्मा का बल्ला तो काफी दिनों से रूठा हुआ है, ऊपर से नए बल्लेबाज़ों के टीम में आने से उन्हें अपने बैटिंग आर्डर की कुर्बानी भी देनी पड़ी. दोनों का किरदार अब घर के बड़ों के रूप में है, सवाल ये है कि विश्व टेस्ट चैम्पियशिप का फाइनल (अगर टीम पहुँचती है) क्या उनके रिटायरमेंट के एलान की सबसे सही जगह होगी और क्या दोनों इस मौके का फायदा उठाएंगे। फिलहाल तो सवाल यही है कि अश्विन ने एक सवाल तो छोड़ ही दिया है कि अगला रिटायरमेंट किसका?