एनसीपी के संस्थापक शरद पवार ईवीएम को लेकर चल रहे विवाद के बीच सोलापुर के उस गांव पहुंचे जहां ईवीएम वोटों के खिलाफ एक मॉक-पोल का आयोजन किया गया था. मर्करवाडी गाँव के लोग मतपत्रों के ज़रिये मतदान करके यह सुनिश्चित करना चाहते थे। गांववालों का कहना है था कि उन्होंने एनसीपी उम्मीदवार को अपना मत दिया था लेकिन EVM से नतीजे कुछ और निकले। गाँवालों के इस मॉक पोल को पुलिस ने रोक दिया था और ऐसा करने वाले लोगों पर FIR भी दर्ज की थी.
शरद पवार ने मर्करवाडी पहुंचकर कहा कि पिछले दो-तीन दिनों से संसद में मर्करवाडी गाँव की चर्चा हो रही है. के लोगों ने जो किया और उसके बाद जो देखा उसमें बहुत बड़ा अंतर दिखा। शरद पवार ने कहा कि अंतर होता है लेकिन इतना नहीं. उन्होंने ने अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई देशों का उदाहरण देते हुए कहा कि दुनिया के अधिकांश देशों में बैलट पेपर्स से वोट पड़ते है तो हम क्यों ईवीएम का इस्तेमाल कर रहे हैं. शरद पवार ने कहा कि नतीजों को लेकर मर्करवाडी के लोगों के दिलों में शंका आई और गांव वालों ने फिर से वोटिंग करने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने ज़बरदस्ती बंद कर दिया और FIR भी दर्ज कर दी. शरद पवार ने कहा मैं संसद में ईवीएम पर भाषण कर रहा हूं तो मुझे रोका जा रहा है, ये कैसी बात है. मुझे कुछ समझ नहीं आया.
वहीँ शरद पवार के इस बयान पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि शरद पवार, आप एक वरिष्ठ नेता हैं। कम से कम आपको इस देश के लोगों को गुमराह नहीं करना चाहिए, अगर आप हार स्वीकार करते हैं, तो आप जल्दी ही इससे बाहर आ जाएंगे। मुझे उम्मीद है कि आप अपने सहयोगियों को आत्मनिरीक्षण करने की सलाह देंगे। वहीँ पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि लोकसभा चुनाव में हमारी सीट कम हुई तब हमने तो नहीं कहा था कि EVM में दिक्कत है.