अमित बिश्नोई
Virat Century 49: विराट कोहली ने आज अंततः अपना 49वां शतक जड़ ही दिया और महान सचिन तेंदुलकर के सर्वाधिक एकदिवसीय शतकों की बराबरी कर ली. पिछले कुछ मैचों में इस मुकाम पर पहुंचते पहुँचते वो पिछड़ जा रहे थे, शायद आज वो अपने शतक के लिए ज़्यादा फोकस नजर आ रहे थे, उनकी बल्लेबाज़ी देखकर साफ़ लग रहा था कि वो अपने जन्मदिन को यादगार बनाना चाहते हैं, आज वो इस मौके को किसी भी हाल में छोड़ना नहीं चाहते और उन्होंने वो कर भी दिखाया जिसकी ज़िद करके आज वह उस मैदान पर उतरे जहाँ से उन्होंने अपने शतकों का सफर शुरू किया था। टीम इंडिया ने भी आज विराट के जन्मदिन को यादगार बना दिया, साउथ अफ्रीका के खिलाफ एक विशाल जीत हासिल करके। उस टीम को जो इस विश्व कप में अपनी धुंआधार बल्लेबाज़ी से विरोधी गेंदबाज़ों की बखिया उधेड़े हुए थी आज घुटने टेके नज़र आयी. इतनी बड़ी जीत ने कोहली के शतक को और भी विराट रूप दिया।
विराट ने महान सचिन तेंदुलकर के 49 शतकों की बराबरी की तो उन्हें सबसे पहले मुबारकबाद भी मास्टर ब्लास्टर से मिलीऔर वो भी बड़े अनोखे अंदाज़ में. तेंदुलकर ने अपने सोशल मीडिया के माध्यम से विराट को मुबारकबाद देते हुए कहा कि मुझे 49 से 50 तक आने में पिछले साल 365 दिन लगे थे, लेकिन उन्हें पूरा भरोसा है कि आप 49 से 50 तक अगले कुछ दिनों में ही पहुंचकर मेरा रिकॉर्ड तोड़ेंगे। यहाँ सचिन तेंदुलकर अपनी उम्र का ज़िक्र कर रहे थे, सचिन ने पिछले साल ही 49 से 50वें वर्ष में प्रवेश किया है, इससे पहले सचिन ने सुबह विराट को उनके जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए कहा था कि आने वाला साल आपके लिए शुभ हो और आप नयी ऊंचाइयां हासिल करें। विराट ने अपने हीरो निराश नहीं किया और अपने जन्मदिन पर ही एक नई ऊंचाई को हासिल कर लिया।
हालाँकि सचिन और विराट के आंकड़ों को देखें तो इस मुकाम तक पहुँचने तक दोनों में बहुत बड़ा अंतर नज़र आता है. सचिन ने जहाँ 49 शतकों के लिए 452 पारियों की मदद ली वहीँ विराट ने सिर्फ 277 पारियों में ये माइलस्टोन पार कर लिया। कल्पना कीजिये अगर विराट 452 पारियां खेलें तो उनके शतकों की संख्या क्या होगी। विराट की निगाहें अब इसी विश्व कप में अपने 50वें शतक पर होंगी, अभी तो लीग का एक मैच बाकी है वो भी नीदरलैंड के खिलाफ और उनके पास सचिन के रिकॉर्ड के रिकॉर्ड के पार जाने और एक नया इतिहास लिखने का सबसे सुनहरा मौका होगा।
अगर विराट के 49 शतकों के सफर की बात करें तो इसमें 10 शतक अकेले श्रीलंका के खिलाफ आये हैं वहीँ वेस्टइंडीज के खिलाफ 9 और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 8 शतक हैं, 5-5 शतक न्यूज़ीलैण्ड और बांग्लादेश के खिलाफ और तीन तीन शतक इंग्लैंड और पाकिस्तान के खिलाफ बनाये गए जबकि ज़िम्बाब्वे के खिलाफ मात्र एक शतक है और उसकी वजह ये है कि उसके खिलाफ पिछले एक दशक में भारत ने बहुत कम ODI खेले हैं. रिकॉर्ड की बात करें तो अपने जन्मदिन पर शतक जड़ने वाले वो नवें बल्लेबाज़ हैं, उनसे पहले उनके सखा विनोद कांबली और सचिन तेंदुलकर भी अपने जन्मदिन को यादगार बना चुके हैं।
विराट अब उस मुकाम पर पहुँच चुके हैं जहाँ पर उनका हर कदम एक कारनामा होता है. विराट कोहली वो रन मशीन हैं जो कभी थमती नहीं थकती नहीं। जितना ज़्यादा मशीन चलती है उसमें रफ़्तार उतनी ही बढ़ जाती है वो उतना ही स्मूथ चलती है, बिलकुल पानी की तरह. विराट की आज की पारी भी बिलकुल वैसी ही थी , एकदम मक्खन की तरह. जब चाहा चौका मारा जब चाहा छक्का और स्ट्राइक रोटेशन में तो उनका को सानी नहीं। शुरू से लग रहा था कि विराट के बल्ले से आज शतक बच नहीं सकता। कुछ लोगों को मानना था कि अपने शतक की वजह से विराट थोड़ा धीमा खेले वरना इंडिया का स्कोर 350+ होता लेकिन विराट को अच्छी तरह मालूम था कि ये स्कोर भी साउथ अफ्रीका के लिए वो पहाड़ है जिसे पार करना उनके बस की बात नहीं और उससे बढ़कर उन्हें अपने गेंदबाज़ों पर भरोसा था कि वो मैच को हाथों से जाने नहीं देंगे. गेंदबाज़ों ने भी विराट के भरोसे को बरकरार रखा और ऐसी गेंदबाज़ी की कि मात्र 83 रनों पर 28वे ओवर में उस टीम को ढेर कर दिया जिसके बल्लेबाज़ इस विश्व कप में उत्पात मचाये हुए थे. क्या डिकॉक, क्या डुसेन और क्या मारक्रम, सबका कद बौना साबित कर दिया। भारतीय गेंदबाज़ों का विराट के जन्मदिन दिन पर इससे बढ़िया सेलेब्रेशन का तरीका और क्या हो सकता है।
बहरहाल अब सिर्फ तीन मैचों की बात है, पूरे देश को विराट से बड़ी उम्मीदें थीं और इस शतक के बाद वो और भी बढ़ गयी हैं. विराट शतक पर शतक लगा रहे हैं लेकिन फैंस का दिल है कि मानता ही नहीं, उनका दिल मांगे मोर, मोर रन्स , मोर सेंचुरीज। विराट अपने फैंस को कभी निराश नहीं करते इसलिए हम ये मानकर चलते हैं बाकी तीन मैचों में भी कोहली के बल्ले से कुछ विराट पारियां देखने को मिलेंगी जो विश्व कप उठाने में टीम की मदद करेंगी. अंत में जन्मदिन की बहुत बहुत मुबारकबाद, जन्मदिन मनाओ तो विराट जैसा यादगार।