महिला कुश्ती चयन के लिए ट्रायल पटियाला में चल रहे हैं, यहां सोमवार को पहलवान विनेश फोगाट ने 50 किलोग्राम वर्ग में मैच जीतने के बाद नाडा अधिकारियों को अपना मूत्र का नमूना नहीं दिया और वहां से चली गईं। नाडा के नियमों के मुताबिक बिना किसी वैध कारण के सैंपल न देना डोपिंग रोधी नियमों का उल्लंघन है. आपको बता दें कि पेरिस ओलंपिक क्वालिफिकेशन रेस में हिस्सा लेने के लिए ट्रायल चल रहे हैं.
इससे पहले आज विनेश ने महिलाओं के 50 किग्रा और 53 किग्रा वर्ग में चयन ट्रायल शुरू होने से पहले हंगामा किया और अधिकारियों से लिखित आश्वासन देने की मांग की कि 53 किग्रा भार वर्ग का अंतिम ट्रायल ओलंपिक से पहले होगा। कुश्ती की तदर्थ समिति को उनकी मांग माननी पड़ी और उसके बाद विनेश फोगाट ने 50 किलोग्राम भार वर्ग में शिवानी को हराकर अगले महीने किर्गिस्तान के बिश्केक में होने वाले पेरिस ओलंपिक क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट में जगह पक्की कर ली।
WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने वाली और लंबे समय तक चले विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाली विनेश फोगाट 50 किलोग्राम वर्ग के ट्रायल के लिए पटियाला के SAI केंद्र पहुंची थीं। यूडब्ल्यूडब्ल्यू के नियमों के अनुसार, एक प्रतियोगी को एक दिन में केवल एक ही भार वर्ग में कुश्ती लड़ने की अनुमति है, लेकिन विनेश ने सोमवार को दो अलग-अलग भार वर्गों में ट्रायल में भाग लिया। पहले विनेश 53 किलोग्राम वर्ग में प्रतिस्पर्धा करती थीं लेकिन अब उन्होंने अपना वजन कम कर लिया है।