उत्तराखंड में केदारनाथ के पास पहाड़ियों में आज सुबह एक एमआइ-17 हेलीकॉप्टर द्वारा एयरलिफ्ट किया जा रहा क्रिस्टल हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। कैमरे में कैद इस घटना में अभी तक किसी के घायल होने की पुष्टि नहीं हुई है। एक अधिकारी के मुताबिक आज राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) बचाव दल को लिनचोली में पुलिस के माध्यम से सूचना मिली कि एक निजी कंपनी का खराब हेलीकॉप्टर, जिसे श्री केदारनाथ हेलीपैड से गोचर हेलीपैड तक दूसरे हेलीकॉप्टर द्वारा खींचा जा रहा था, लिनचोली में थारू कैंप के पास नदी में गिर गया। एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई है और बचाव कार्य जारी है। इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।”
अधिकारी के मुताबिक हादसा शनिवार सुबह सात बजे हुआ। सेना का एमआई-17 हेलीकॉप्टर खराब क्रिस्टल हेलीकॉप्टर को लेकर जा रहा था। अचानक क्रिस्टल हेलीकॉप्टर का संतुलन बिगड़ गया और एमआई-17 भी खतरे में आ गया। खतरे को भांपते हुए इसके पायलट ने क्रिस्टल हेलीकॉप्टर की टोइंग चेन तोड़कर उसे नीचे गिरा दिया। पहाड़ों के बीच जमीन पर गिरने से हेलीकॉप्टर मलबे में तब्दील हो गया। एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई है। हेलीकॉप्टर का मलबा हटाया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक जिस जगह हेलीकॉप्टर गिरा वह स्थान हेली थारू कैंप के पास है। राज्य आपदा प्रतिवादन बल की टीम मौके पर मौजूद है। पर्यटन अधिकारी राहुल के मुताबिक क्रिस्टल हेलीकॉप्टर का संतुलन बिगड़ने पर एमआई-17 के पायलट ने समझदारी दिखाते हुए उसे सुनसान इलाके में उतार दिया, जिससे कोई जनहानि नहीं हुई। मामले की जांच की जा रही है। जानकारी के मुताबिक दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर मई माह में केदारनाथ धाम में खराब हो गया था। इसे सेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर मरम्मत के लिए गौचर ले जाया जा रहा था। ऊंचाई से गिरने के बाद क्षतिग्रस्त हेलीकॉप्टर चकनाचूर हो गया था।