रामचरितमानस पर दिए गए विवादित बयान पर समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य जहाँ चौतरफा घिरते नजर आ रहे हैं वहीँ उनकी अपनी पार्टी भी इस मामले पर उनसे दूरी बना रही है. उनके इस बयान पर शिवपाल यादव ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि यह उनका निजी बयान है, पार्टी का इससे कोई लेना देना नहीं। वहीँ शिवपाल ने यह भी सवाल किया कि इस मुद्दे पर उछल कूद मचाने वाली भाजपा क्या भगवान् राम के आदर्शों पर चल रही है, उन्होंने आरोप लगाया की भाजपा राम का नाम बेच रही है.
हनुमान मंदिर में प्रवेश पर पाबन्दी
शिवपाल ने आज इटावा में इस मुद्दे पर मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे, शिवपाल ने कहा कि हम भगवान राम और कृष्ण के आदर्श पर चलने वाले लोग है। वहीँ लखनऊ में लेटे हुनमान जी के मंदिर में एक बैनर लटक रहा है जिसमें लिखा हुआ है कि इस मंदिर में स्वामी प्रसाद मौर्य का प्रवेश वर्जित है. यह बैनर मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ विवेक तांगड़ी ने लगाया है। इससे पहले कल हिन्दू महासभा ने कल सपा नेता के खिलाफ हज़रतगंज पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 295A, 298, 504, 505(2),153A में मुकदमा दर्ज किया था.
केशव प्रसाद ने अखिलेश पर साधा निशाना
इधर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस को लेकर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के दिए गए विवादित बयान पर अखिलेश यादव पर निशाना साधा, केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि इस बयान पर अखिलेश यादव की चुप्पी कई सवाल खड़े करती है. उन्होंने कहा कि जो लोग 2019 के कुंभ में डूबकी लगाकर यह कहते हुए नहीं थकते वो भगवान राम-भगवान कृष्ण के वंशज हैं वो अपनी पार्टी के नेता द्वारा रामचरित मानस पर विवादित बयान पर आखिर चुप क्यों हैं. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यह उत्तर प्रदेश के माहौल को खराब करने कोशिश है.