समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने आज अपने सीतापुर दौरे पर भाजपा-बसपा में मिलीभगत का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय से तय होते हैं। वह जीतने के लिए तय नहीं होते वह इसलिए तय होते हैं कि समाजवादी पार्टी आगे ना बढ़ जाए। उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी और मान्यवर श्री कांशीराम जी के रास्ते से भटक गई है।
छापों को बताया पॉलिटिकल
विपक्षी पार्टियों के नेताओं पर पड़ रहे ED, इनकम टैक्स और सीबीआई के छापों पर उन्होंने सवाल किया कि ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स का किस पर छापा पड़ रहा है, जो विपक्षी पार्टियां आज मजबूती से भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ खड़ी हैं। वो दल जो भाजपा से मुकाबला कर रहे हैं उनके नेताओं पर, उनके परिवार के लोगों पर आरोप लगाया जा रहा। जितने भी छापे पड़ रहे हैं सब पॉलिटिकल छापे हैं। आखिरकार वो लोग जिनपर CBI के, ED के, इनकम टैक्स के आरोप थे अगर वो भारतीय जनता पार्टी में चले गए तो वो सुरक्षित हैं और पूरे सम्मान के साथ टहल रहे हैं।
बुलडोजर नीति पर सवाल
अखिलेश ने पिछले विधानसभा चुनाव पर कहा कि हम लोग सरकार बनाते बनाते रह गए। अगर हिसाब किताब लगाएं हम तो बताओ कितने वोटों से हारे, अगर समाजवादी पार्टी को 3.50 लाख ज्यादा वोट मिल गया होता तो आज भाजपा की नहीं समाजवादी पार्टी की सरकार होती। इससे पहले आज अपने ट्वीट में उन्होंने बुलडोज़र की कार्रवाई पर योगी सरकार पर हमला बोला था. अखिलेश ने लिखा था कि अवैध निर्माण और कॉलोनियों पर बुलडोजर चलाने से पहले बीजेपी सरकार अपने सभी कार्यालयों, मंत्री, नेताओं और कार्यकर्ताओं के प्रतिष्ठानों के नक्शों की जांच कर उन पर बुलडोजर चलाए।