अमेठी के गौरीगंज तहसील के जोधपुर मंडखा गांव में रहने वाले आरिफ और राजकीय पक्षी सारस की दोस्ती को तोड़ने को लेकर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि आरिफ के साथ ये कार्रवाई इसलिए की गयी क्योंकि मैं उससे मिलने गया था, क्या इसी को लोकतंत्र कहते हैं. अखिलेश ने कहा कि अगर सरकार आरिफ से सारस को छीन रही है तो सरकार को उनसे भी मोर छीन लेना चाहिए जो मोर को दाना खिला रहे थे.
क्या मोर छीनने की हिम्मत है
अखिलेश ने सवाल किया कि योगी सरकार या उनके किसी अधिकारी की हिम्मत है वहां जाने की, वहां से मोर को लाने की. बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी की मोर को दाना खिलाते हुए फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी. अखिलेश ने कहा कि यह सिर्फ इसलिए किया गया क्योंकि मैं सारस को बचाने वाले आरिफ से मिलकर आ गया. उन्होंने कहा कि जब मैं कानपूर जेल समाजवादी पार्टी के विधायक से मिलने गया तो सरकार ने उसका वहां से ट्रांसफर करा दिया, आज़म खान और उनके परिवार को इसलिए परेशान किया जा रहा है क्योंकि वो समाजवादी पार्टी से हैं.
सारस से दोस्ती तो शोध का विषय है
अखिलेश ने कहा कि ये तो शोध का विषय है कि एक सारस एक मनुष्य का इतना गहरा दोस्त कैसे बन गया? कैसे दोनों एक दुसरे का पर्याय बन गए. आज उस सारस को जो खुली हवा में सांस ले रहा था उसे पिंजड़े में बंद कर दिया। अखिलेश ने कहा कि ये न केवल आम लोगों के दुश्मन, किसानों के दुश्मन हैं बल्कि पेड़ पक्षियों के भी दुश्मन हैं. अखिलेश ने कहा कि अभी जो इन्वेस्टर समिति हुई थी उसमें इन्होने पता नहीं कितने पेड़ों को काट दिया, छांट दिया। इन्होने इटावा में बनाये जा रहे सारस संरक्षण केंद्र छीन लिया, सारस मित्रों का मानदेय छीन लिया। बर्ड फेस्टिवल छीन लिए, अखिलेश ने कहा कि आप भाजपा वालों से उम्मीद नहीं कर सकते कि पर्यावरण के लिए कुछ करेंगे.