केंद्र सरकार ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) नाम से केंद्रीय कर्मचारियों के लिए नई पेंशन योजना की घोषणा की है। एक तरफ सरकारी प्लेटफॉर्म इसे ऐतिहासिक कदम बता रहे हैं वहीँ विपक्ष ने इस नई पेंशन योजना को खराब बताकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने तो यूनिफाइड पेंशन स्कीम को न्यू पेंशन स्कीम (NPS) से भी खराब बताया है। संजय सिंह यूपीएस को देश के कर्मचारियों के साथ बहुत बड़ा धोखा बताया है।
संजय सिंह ने कहा कि यूपीएस से देश के अर्धसैनिक बलों को बाहर रखा गया है, वे इस दायरे में नहीं आएंगे, क्योंकि उनकी सेवा 25 साल की नहीं है। आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि हर महीने पेंशन के नाम पर 10 फीसदी की कटौती की जाएगी और उसके बाद पूरा पैसा सरकार अपने पास रख लेगी। पिछले 12 महीनों का औसत निकालकर 6 महीने का वेतन दिया जाएगा। कुल मिलाकर यह एनपीएस से भी खराब योजना है। मोदी सरकार ने देश के कर्मचारियों के साथ धोखा किया है।
संजय सिंह ने कहा कि हम सरकार से मांग करते हैं कि पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया जाए। वहीँ दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम पर कहा कि यह साबित हो गया है कि सभी पार्टियां और विपक्षी दल जो कह रहे थे, वह सही था। केंद्र सरकार खुद केंद्रीय कर्मचारियों को दबा रही थी, जिस तरह से केंद्रीय कर्मचारियों ने बीजेपी के खिलाफ वोट किया, उससे बीजेपी को कुछ सद्बुद्धि आई है और मुझे लगता है कि बीजेपी सरकार बहुत जल्द अपने दूसरे फैसले वापस ले लेंगे। शिवसेना (यूबीटी) नेता आनंद दुबे ने यूपीएस को लेकर कहा कि यूनिफाइड पेंशन स्कीम लाकर केंद्र सरकार ने यह साबित कर दिया है कि पिछले कुछ महीनों से विपक्ष द्वारा पेंशन स्कीम की मांग के चलते उन्हें ऐसा करना पड़ा। इस बार बीजेपी को सिर्फ 240 सीटें मिलीं, इसलिए उन्हें पता है कि उन्हें केंद्रीय कर्मचारियों के लिए कोई न कोई स्कीम लानी ही पड़ेगी साथ ही, 4 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, सरकार यह स्कीम पहले भी ला सकती थी।