लखनऊ:
रविवार को संपन्न हुई राज्य चुनाव समिति ने आम राय से इस बात की सिफारिश की कि रायबरेली और अमेठी लोकसभा सीट से गांधी परिवार को चुनावी मैदान में उतरना चाहिए। लखनऊ में रविवार को ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के महासचिव और यूपी के इंचार्ज अविनाश पांडे की अगुवाई में हुई पहली बैठक में उन सभी 17 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा हुई जो सपा से गठबंधन के तहत कांग्रेस पार्टी को मिली हैं।
सूत्रों के अनुसार बैठक में सर्वसम्मति से ये फैसला लिया गया है कि प्रदेश की रायबरेली और अमेठी सीट से गाँधी फॅमिली से ही उम्मीदवार हो. बैठक में प्रस्ताव रखा गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से अनुरोध किया जाय कि लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए पार्टी आला कमान रायबरेली और अमेठी लोकसभा सीट से गाँधी परिवार से किसी को मैदान में उतारे। इसीलिए इन दोनों सीटों पर उम्मीदवारी को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई। सूत्रों के अनुसार तीन और सीटें ऐसी थी जिनपर सिर्फ एक नाम पर ही विचार किया गया. ये सीटें हैं वाराणसी, सहारनपुर और बाराबंकी। वाराणसी से प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का नाम तय हुआ है, सहारनपुर से इमरान मसूद और बाराबंकी से तनुज पुनिया का जो पी एल पुनिया के सुपुत्र हैं।
अन्य सीटों में झांसी से पूर्व सांसद प्रदीप जैन आदित्य का नाम सुझाया गया है। फ़तेहपुर सीकरी के लिए पूर्व सांसद राज बब्बर, वीरेंद्र चौधरी महराजगंज के लिए और पूर्व सांसद कमल किशोर कमांडो का नाम बांसगांव के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है। देवरिया से पूर्व विधायक अजय कुमार लल्लू, IVC के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव चंद और पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह में तगड़ा मुकाबला है। अंतिम फैसला दिल्ली में होना, तीनों के नाम भेजे गए हैं. अमरोहा से सांसद दानिश अली और शाहनवाज़ आलम का नाम सामने आया है.