भारत और चार यूरोपीय देशों (Norway, Iceland, Switzerland, Liechtenstein) के समूह EFTA के बीच कल हुए फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) का भारतीय उद्योग जगत ने स्वागत करते हुए कहा कि यह समझौता देश में दवा, खाद्य प्रसंस्करण, इंजीनियरिंग और परिधान जैसे क्षेत्रों में कारोबार और इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा देने में मदद करेगा। बता दें कि भारत ने रविवार को European Free Trade Association (EFTA) के साथ Trade and Economic Partnership Agreement (TEPA) पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते से यूरोप और भारत के बीच कारोबार बढ़ने की उम्मीद है।
फ्री ट्रेड समझौते के तहत इन चार यूरोपीय देशों से भारत को अगले 15 वर्षों में 100 अरब डॉलर की निवेश प्रतिबद्धता मिली है। समझौते पर तिरुपुर निर्यातक संघ के अध्यक्ष ए शक्तिवेल ने कहा कि EFTA से हुए फ्री ट्रेड समझौते से आपसी व्यापार को बढ़ावा मिलेगा और भारतीय परिधान एक्सपोर्टर्स को अपना कारोबार बढ़ाने में मदद मिलेगी।
नए मुक्त व्यापार समझौते पर नॉर्वे की इंडस्ट्री मिनिस्टर क्रिश्चियन वेस्ट्रे ने कहा कि आज के समय में नॉर्वे द्वारा भारत को भेजी जाने वाले कई प्रोडक्ट्स पर 40 प्रतिशत तक सीमा शुल्क लगता है। इस फ्री ट्रेड समझौते के बाद यह शून्य हो जाएगा।
तिरुपुर निर्यातक संघ के अध्यक्ष शक्तिवेल ने कहा कि निवेश प्रतिबद्धता से घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा मिलेगा। Confederation of Indian Industry (सीआईआई) अध्यक्ष आर दिनेश ने कहा कि 100 अरब डॉलर के निवेश के लिए EFTA देशों की प्रतिबद्धता से दवा, खाद्य प्रसंस्करण, परिधान, इंजीनियरिंग और अन्य क्षेत्रों को बढ़ावा मिलेगा। समजाहुते पर पर हाई-टेक गियर्स के अध्यक्ष दीप कपूरिया ने कहा कि व्यापारिक ब्लॉक EFTA वस्तुओं और सेवाओं के व्यापार में दुनिया के शीर्ष दस में शामिल है।