HSPDP के समर्थन देने से पैर खींचने पर संकट में फंसी NPP को अब बड़ी राहत मिली है, उसे भाजपा के साथ अब 11 विधायकों वाली UDP का साथ मिल गया है। इस तरह NPP के नेतृत्व में नयी सरकार के गठन का रास्ता अब पूरी तरह साफ़ हो चूका है. NPP के दावे के मुताबिक सरकार बनाने के लिए अब उसके 45 विधायक हैं. बता दें कि मेघालय 6 विधानसभा सीटों वाली विधानसभा है, सरकार बनाने के लिए 31 विधायकों की ज़रुरत होती है. नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह और स्पीकर के चुनाव के लिए मेघालय विधानसभा का विशेष सत्र भी बुला लिया गया है.
45 विधायकों के साथ का दावा
इससे पहले NPP ने दावा किया था कि उसके पास सरकार बनाने के लिए 32 विधायक हैं जिनमें 26 NPP के, 2 बीजेपी के, 2 आज़ाद और दो विधायक HSPDP के शामिल थे लेकिन कुछ ही घंटों बाद HSPDP ने समर्थन देने पर पलटी मारी जिसकी वजह से NPP-BJP के पास विधायकों की संख्या 30 ही रह गयी, ऐसे में एक विधायक की कमी हो गयी. लेकिन बाद में UDP और PDF से बात बन गयी और सरकार बनाने के लिए बहुमत से भी बड़ा आंकड़ा जुड़ गया.
विपक्षी दलों में नहीं बन सकी बात
वैसे यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी और People’s Democratic Front पिछली सरकार में भी NPP की सहयोगी रही थी लेकिन इस बार सबने अलग अलग चुनाव लड़ा था. UDP 11 सीटें जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. दरअसल तृणमूल कांग्रेस नेता मुकुल संगमा UDP के नेतृत्व में गैर NPP और बीजेपी गठबंधन बनाकर सरकार बनाने की कोशिश में थे लेकिन शायद ऐसा संभव नहीं हो पाया क्योंकि दो आज़ाद उम्मीदवारों ने पहले ही NPP-बीजेपी को अपना समर्थन दे दिया था ऐसे में सरकार बनाने के लिए एक अतिरिक्त विधायक वो कहाँ से लेकर आते, यही वजह रही कि UDP और PDF ने अपने पुराने सहयोगी के साथ जाना पसंद किया।