रुद्रप्रयाग – देवभूमि उत्तराखंड अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए विश्व भर में मशहूर है. यहां आपको हर मौसम में घूमने की ऐसी कई जगह मिल जाएगी जो हमेशा पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है. ऐसी ही कुछ जगह में से एक जिसे उत्तराखंड का ‘मिनी स्वीटजरलैंड’ भी कहा जाता है “चोपता” है. जहां साल भर किसी भी महीने में आप आएं तो आपके स्वागत के लिए प्रकृति बाहें फैलाए खड़ी है. सर्दी में यहां आपको बर्फ की सफेद चादरों से ढकी पहाड़ियां नजर आएंगी तो गर्मियों में घास के मखमली बुग्याल आपको बार-बार यहां आने पर विवश करेंगे. चोपता से तुंगनाथ और चंद्रशिला के लिए ट्रेकिंग की शुरुआत की जाती है. प्रकृति प्रेमी और एडवेंचर एक्टिविटीज के शौकीन पर्यटकों के लिए चोपता हमेशा से पहली पसंद रहा है.
हर मौसम में बेमिसाल “चोपता”
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में समुद्र तल से करीब 2600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है छोटा सा हिल स्टेशन ‘चोपता’. गढ़वाल क्षेत्र के हिमालय इलाकों में सबसे खूबसूरत जगह में से एक ‘चोपता’ में आप हर मौसम का आनंद उठा सकते हैं. नवंबर से लेकर फरवरी के महीनों में आमतौर पर यहां बर्फ की सफेद चादर लिए पहाड़ आपको दिखाई देंगे. जबकि मार्च से मई के महीने के बीच मखमली घास के बुग्याल और वहां खिले अलग-अलग तरह के सुंदर फूल मानो आपको बार-बार यहां आने का निमंत्रण दे रहे हो. सुबह के समय जब आप सूर्य की किरणें हिमालय की पहाड़ियों पर पडती हुई देखते हैं तो प्रकृति का नजारा आपको सम्मोहित करता हुआ नजर आता है. शायद यही वजह है कि छोटे लेकिन खूबसूरत चोपता को उत्तराखंड के “मिनी स्वीटजरलैंड” की संज्ञा दी गई है, जो हर मौसम में सैलानियों के स्वागत के लिए तत्पर रहता है.
एडवेंचर एक्टिविटी का बेस्ट डेस्टिनेशन
प्रकृति की खूबसूरत वादियों के बीच अगर आप एडवेंचरस एक्टिविटीज के शौकीन हैं तो ‘चोपता’ आपके लिए बेस्ट डेस्टिनेशन साबित हो सकता है. चोपता में आपको ट्रैकिंग, कैंपिंग, हाइकिंग, माउंटेन साइकिल जैसे कई साहसी खेलों का बेहतर विकल्प मिलता है. यहां से आप तुंगनाथ और चंद्रशिला के लिए ट्रैकिंग की शुरुआत करते हैं. इस ट्रैक में आपको नंदा देवी, चौखंबा पर्वत और त्रिशूल की चोटिया देखने को मिलती है. अपने मखमली घास के मैदान के लिए जाने जाने वाला चोपता में आपको हिमालय के दुर्लभ प्रजाति के वन्य जीव के भी दीदार होते हैं. यहां पर छोटे-बड़े झरनों के बीच आप कस्तूरी मृग, मोनाल, पीका माउस जैसे दुर्लभ वन्यजीवों के दीदार भी कर सकते हैं. तो जब कभी भी आप शहर की भीड़-भाड़ वाली जिंदगी से दूर प्रकृति की गोद में छुट्टियां बिताना चाहते हैं तो एक बार उत्तराखंड के मिनी स्वीटजरलैंड “चोपता” को जरूर विजिट करें.