16 फरवरी को होने वाले त्रिपुरा विधानसभा के चुनाव में अपनी सत्ता को बरकरार रखने के लिए अमित शाह, योगी आदित्यनाथ और दुसरे कई भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री लगातार प्रचार अभियान में जुटे हैं वहीँ अब इस चुनावी अभियान को फाइनल टच देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आज त्रिपुरा पहुँच गए . यहाँ आज उनकी दो चुनावी रैलियां थी, एक अम्बासा और दूसरी राधाकिशोरपुर में. इन विजय संकल्प रैलियों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने जहाँ पूर्व की सीपीआई एम् सरकारों की विफलताओं को गिनवाया वहीँ इस बार भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए लेफ्ट और कांग्रेस के एकसाथ आने पर भी करारा हमला किया.
दोधारी तलवार हैं लेफ्ट और कांग्रेस
इन चुनावी रैलियों में प्रधानमंत्री पीएम मोदी ने कहा यहाँ के हर समुदाय के सपने लेफ्ट और कांग्रेस शासन ने चूर-चूर कर दिए थे, लोगों को त्रिपुरा छोड़ कर जाने को मजबूर कर दिया था। लेकिन आपने वामपंथियों को हटाया तो उसका नतीजा भी आपके सामने है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन्होंने सालों तक बारी-बारी से त्रिपुरा को लूटा वो लोग अब साथ आ गए हैं। प्रधानमंत्री ने लेफ्ट-कांग्रेस की दो धारी तलवार बताते हुए कहा कि इनसे आपको सतर्क रहना है।
गिनाई अपनी उपलब्धियां
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने तीन लाख गरीब परिवारों को पक्के घर दिए हैं और मैं आज आपसे एक वादा करता हूं कि जिस भी गरीब को अब तक पक्का घर नहीं मिला है उन्हें भी भाजपा सरकार बनने के बाद पक्का घर मिलेगा। हालाँकि लोगों को याद है कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि अगस्त 2022 तक देश में कोई भी परिवार बेघर नहीं रहेगा। खैर आगे उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनवाया, उन्होंने कहा कि सरकार ने सामाजिक भत्ते को 500 रुपये से बढ़ा कर 2 हजार रुपये किया । पहली बार महिला सम्मान बचत पत्र से महिलाएं 2 लाख रुपये तक की बचत कर सकती हैं।
55 सीटों पर चुनाव लड़ रही है भाजपा
प्रधानमंत्री ने कहा त्रिपुरा में आज शांति है, यहां के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं। यहाँ पहले महिलाओं का जीवन बड़ा मुश्किल था लेकिन अब माहौल बदल गया है, बेटियां माथा ऊंचा कर के घर से निकल पा रही हैं। उन्हें यकीन है कि त्रिपुरा की माताएं-बहनें भाजपा को समर्थन करने जा रही हैं। प्रधानमंत्री ने कहा आज की सभा की भीड़ देखकर विरोधियों की नींद हराम हो गयी होगी. बता दें कि भाजपा इस बार यहाँ 55 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, शेष पांच सीटें उसने अपनी सहयोगी इंडीजेनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा के लिए छोड़ दी हैं.