देर आयद दुरुस्त आयद, सपा और कांग्रेस पार्टी के बीच अंततः उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए सीटों का तालमेल तय हो गया और उसका प्रेस कांफ्रेंस में एलान भी हुआ. गठबंधन के तहत कांग्रेस उत्तर प्रदेश में 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी वहीँ समाजवादी पार्टी 63 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। अब उम्मीद की जा रही है कि यूपी में आगे भारत जोड़ो यात्रा में अखिलेश यादव की इंट्री भी होगी।
दोनों दलों के बीच गठबंधन का अंतिम एलान लखनऊ में आज आयोजित पत्रकार वार्ता में दोनों दलों के प्रदेश अध्यक्ष, यूपी में कांग्रेस पार्टी के प्रभारी अविनाश पाण्डेय और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पार्टी महासचिव राजेंद्र चौधरी की मौजूदगी में किया गया. अविनाश पाण्डेय ने गठबंधन का एलान करते हुए बताया कि दोनों दलों के बीच समझबूझ के साथ ये गठबंधन हुआ है. उन्होंने कहा कि ये समय की मांग है कि भाजपा को केंद्र से हटाने के लिए सपा और कांग्रेस साथ में आये. इन दोनों दलों में इस समझौते के बात इंडिया गठबंध को और मज़बूती मिलेगी।
बता दें कांग्रेस पार्टी को जिन 17 सीटों पर सपा का समर्थन मिलेगा उनमें अमेठी, रायबरेली, कानपूर नगर, फतेहपुर सीकरी, बांसगांव, सहारनपुर, प्रयागराज, महराजगंज, वाराणसी, अमरोहा, झाँसी, देवरिया, बुलंदशहर, गाज़ियाबाद, मथुरा, सीतापुर और बाराबंकी शामिल हैं. इस गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी को मध्य प्रदेश की खजुराहो लोकसभा सीट कांग्रेस पार्टी ने दी है. दोनों ही दलों के नेताओं ने कहा कि सपा और कांग्रेस सभी सीटों पर एक दूसरे के उम्मीदवारों को समर्थन करेंगे।
उत्तर प्रदेश में इंडिया अलायन्स के तहत दोनों पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग फाइनल होने से लम्बे समय से चली आ रही उहापोह समाप्त हो गयी है. इसी के साथ पिछले कई दिनों से दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच चली आ रही बयानबाज़ी भी थमेगी। वैसे कांग्रेस को 17 सीटें देने की बात सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कई दिन पहले ही कह दी थी. बता दें कि गठबंधन के तहत कांग्रेस को जो सीटें मिली हैं उनमें प्रधानमंत्री मोदी की वाराणसी सीट भी है. सपा ने अपनी जो दूसरी सूची जारी की थी उसमें वाराणसी से सपा उम्मीदवार का भी एलान हुआ था लेकिन अब वाराणसी में पीएम मोदी का मुकाबला कांग्रेस का उम्मीदवार करेगा और कहा जा रहा है कि वो उम्मीदवार अजय राय हो सकते हैं.