क़ुदरत का निज़ाम का झंझट ख़त्म हुआ और चैंपियंस ट्रॉफी में आज ग्रुप ए के एक मुकाबले में न्यूज़ीलैण्ड की टीम ने बांग्लादेश को हराकर भारत बाद सेमी फाइनल में पहुँचने वाली दूसरी टीम बन गयी. न्यूज़ीलैण्ड की इस जीत के साथ मेज़बान पाकिस्तान की आधिकारिक रूप से चैंपियंस ट्रॉफी से विदाई हो गयी, इसके साथ ही क़ुदरत के निज़ाम की जो हलकी फुलकी सुगबुगाहट हो रही थी उस पर भी विराम लग गया. अब 27 फरवरी को पाकिस्तान-बांग्लादेश का मैच एक औपचारिकता मात्र हो गया. न्यू ज़ीलैण्ड ने 23 गेंदें शेष रहते 237 के लक्ष्य को आसानी के साथ पांच विकेट खोकर प्राप्त कर लिया जिसमें रचिन रविंद्र का सैकड़ा और टॉम लैथम का पचासा मुख्य भूमिका में रहा.
मेज़बान पाक्सितान उम्मीद कर रहा था कि शायद आज के मैच में कोई अपसेट हो जाय और उसके लिए कुदरत के निज़ाम के रस्ते कोई रास्ता निकल आये मगर नतीजा उम्मीद के मुताबिक ही रहा. कल भारत से हार के बाद पाकिस्तानी अपने सर पीट रहे हैं. वो पूर्व खिलाड़ी भी टीम को बुरा भला कह रहे हैं जो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से टीम के इस बुरे प्रदर्शन के ज़िम्मेदार भी हैं. बहरहाल चैंपियंस ट्रॉफी खेलने पहुंची नूज़ीलैण्ड की टीम का पाक्सितान की धरती पर धमाकेदार प्रदर्शन जारी है. वो पिछले 15 दिनों में लगातार पांच मैच जीत चुकी है जिसमें तीन मैच पाकिस्तान के खिलाफ जीते हैं.
न्यूज़ीलैण्ड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी का फैसला किया। कप्तान नजमुल हसन शान्तो के 77 और जाकिर अली की 45 रनों की परियों की बदौलत बांग्लादेश की 50 ओवरों में 9 विकेट पर 236 रन ही बना सकी. कीवी टीम के लिए ऑफ स्पिनर ब्रेसवेल ने चार विकेट हासिल किये वहीँ विल ओ रूरकी को दो विकेट हासिल हुए. लक्ष्य का पीछा करते हुए न्यूज़ीलैण्ड की शुरुआत खराब रही. विल योंग और केन विलियम्सन सस्ते में आउट हो गए, डेवेन कॉनवे भी 30 रन ही बना सके लेकिन रचिन रविंद्र और टॉम लाथम ने 129 रनों की साझेदारी कर टीम जीत के करीब पहुंचा दिया। रचिन 112 रनों की शानदार पारी खेलकर आउट हुए वहीँ टॉम लाथम 55 रनों पर रन आउट हो गए, इसके बाद ग्लेन फिलिप्स और ब्रेसवेल ने टीम को जीत की दहलीज़ पार करा दी. न्यूज़ीलैण्ड को अब अपना आखरी मैच भारत से खेलना। दोनों के बीच लड़ाई अब ग्रुप में टॉप पर रहने की है, इसलिए दो मार्च के मैच में बेंच पर बैठे कुछ खिलाडियों को मौका मिल सकता है.