लखनऊ। उप्र विधानमंडल के मानसून सत्र की शुरूआत सोमवार से हो रही है। मानसून सत्र में विपक्ष कानून-व्यवस्था के अलावा अन्य मुद्दों को लेकर सरकार पर हमलावर रहेगा। सपा, बसपा व कांग्रेस ने हाल में लखीमपुर खीरी, गोंडा समेत अन्य जिलों में घटनाओं को लेकर सरकार को घेरने की पूरी तैयारी की है। इतना ही नहीं विपक्ष महंगाई, बेरोजगारी, महिला उत्पीड़न जैसी घटनाओं में वृद्धि, किसान समस्याओं, संविधान अनदेखी आदि का मुद्दा प्रमुखता से उठाएगा। सत्र को लेकर आज रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई। सर्वदलीय बैठक में सपा नेताओं और आजम खां के खिलाफ दर्ज फर्जी मुकदमों की जांच कराने का अनुरोध किया गया।
विधानसभा में सपा के मुख्य सचेतक मनोज कुमार पांडेय ने कहा कि कानून-व्यवस्था के मामले में सरकार फेल होती जा रही है। प्रदेश में आपराधिक घटनाएं खास तौर पर महिला उत्पीड़न के मामलों में वृद्धि हो रही है। पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ आम लोगों का अलग-अलग तरीके से उत्पीड़न किया जा रहा है। महंगाई ने आम आदमी का जीना मुश्किल कर दिया है। सरकार ने जनता से किए वादे पूरे नहीं किए। प्रदेश का विकास पूरी तरह से ठप है। उन्होंने कहा कि विपक्ष इन सभी मुद्दों को सदन में जोरदार तरीके से उठाएगा। कांग्रेस विधायक वीरेंद्र चौधरी ने कहा कि सदन में कानून-व्यवस्था, महंगाई, महिला उत्पीड़न, सूखे के कारण परेशान किसानों के मुद्दे प्रमुखता से उठाए जाएंगे। बसपा के एकमात्र विधायक उमाशंकर सिंह का कहना था कि इस समय कानून-व्यवस्था बड़ा मुद्दा है। लखीमपुर प्रकरण सबने देख लिया। इसके अलावा महंगाई से जनता की हालत खराब है। इस तरह के सभी मुद्दे सदन में उठाए जाएंगे।