निर्वाचन आयोग द्वारा उद्धव ठाकरे गुट से नाम और निशान छीन लेने के चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित ने कहा की चुनाव आयोग ने सत्यमेव जयते को चरितार्थ करते हुए दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया। वहीँ उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने आरोप लगाया कि नाम और निशान उद्धव गुट से छीनने के लिए दो हजार करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है. दूसरी तरफ उद्धव ठाकरे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को जानना चाहिए कि वे सरकारी सिस्टम का इस्तेमाल करने के बावजूद वो शिवसेना को कभी खत्म नहीं कर पाएंगे.
शिंदे की खुशियां ज़्यादा दिन चलने वाली नहीं
संजय राउत ने कहा कि इस षणयंत्र में एकनाथ शिंदे सफल तो हो गए हैं लेकिन उनकी खुशियां ज्यादा दिनों की नहीं हैं. राज्य सभा सांसद संजय राउत ने निर्वाचन आयोग की नीति और नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनकी पार्टी का नाम और निशान छीन लिया गया है. इस षड़यंत्र को कामयाब बनाने के लिए 2 हजार करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ है. उन्होंने कहा कि इस षणयन्त्रकारी घटना से देश का संविधान और लोकतंत्र को गहरी चोट पहुंची है. संजय राउत ने कहा कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट पर पूरा यकीन हैं. संजय राउत ने कहा कि अमित शाह को महाराष्ट्र कभी गंभीरता से नहीं लेता. जिनका विश्वास सत्य को खरीदने में है उनके लिए क्या बात की जाए.
रावण की तरह होगा शिंदे का हाल
इससे पहले कल उद्धव ने कहा कि हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जबतक कि चुनावों में चोर को सबक नहीं सिखा देते हैं. उन्होंने कार्यकर्ताओं से फौरन चुनावों की तैयारी शुरू करने की अपील की. उद्धव ने कहा कि मधुमक्खी के छत्ते पर पत्थर फेंका गया है लेकिन लोकतंत्र के चोरों को शायद मधुमक्खी के डंक का अनुभव नहीं है. उद्धव ने कहा कि शिंदे ‘‘चुराये गये धनुष-बाण” को नहीं ले जा पाएंगे उनकी हालत रामायण के रावण की तरह होगी जो भगवान शिव का धनुष नहीं उठा पाया था.