सोमवार को लगातार चौथे दिन शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गई। बेंचमार्क सेंसेक्स में 548 अंकों की गिरावट दर्ज की गई। ताजा अमेरिकी टैरिफ चिंताओं के कारण निवेशकों का भरोसा डगमगा गया और ब्लूचिप बैंकिंग, धातु और तेल शेयरों में बिकवाली शुरू हो गई। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 548.39 अंक गिरकर एक सप्ताह के निचले स्तर 77,311.80 पर बंद हुआ। वहीँ एनएसई निफ्टी 178.35 अंक गिरकर 23,381.60 पर आ गया।
बाजार के शोध प्रमुख विनोद नायर के मुताबिक अमेरिकी टैरिफ की धमकियों ने बाजार की धारणा को प्रभावित करना जारी रखा है। घरेलू प्रतिफल में वृद्धि हो रही है, क्योंकि निवेशक जोखिमपूर्ण परिसंपत्तियों के प्रति सतर्क हैं और अपने निवेश को सोने जैसी सुरक्षित परिसंपत्तियों में बदल रहे हैं।” सेंसेक्स पैक में से पावर ग्रिड, टाटा स्टील, जोमैटो, टाइटन, बजाज फाइनेंस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एनटीपीसी और टाटा मोटर्स प्रमुख रूप से पिछड़ गए। कोटक महिंद्रा बैंक, भारती एयरटेल, एचसीएल टेक, टेक महिंद्रा, आईसीआईसीआई बैंक और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज को लाभ हुआ।
5 फरवरी से चार दिनों की गिरावट के दौरान सेंसेक्स में 1,272 अंक की गिरावट आई है, जबकि निफ्टी में 357 अंक की गिरावट आई है। वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक अमेय रानादिवे के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान के बाद आज भारतीय बेंचमार्क सूचकांकों में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई, जिन्होंने अमेरिका में सभी स्टील और एल्युमीनियम आयातों पर नए टैरिफ लगाने की योजना की घोषणा की, साथ ही अतिरिक्त पारस्परिक टैरिफ भी।”
एशियाई बाजारों में, सियोल में गिरावट दर्ज की गई, जबकि टोक्यो, शंघाई और हांगकांग में सकारात्मक रुख रहा। यूरोपीय बाजारों में तेजी रही। शुक्रवार को अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ बंद हुए। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 470.39 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 1.04 प्रतिशत बढ़कर 75.44 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।