नई दिल्ली। देश में इस साल गाड़ियों की बिक्री में बंपर उछाल आया है। हाल ही में SMEV ने गाड़ियों की बिक्री के आंकड़े जारी किए हैं। जिसमे इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री सबसे अधिक हुई है। गाड़ियों की बिक्री जारी करने वाली संस्थान के आंकड़ों के अनुसार, इस साल ये आंकड़ा एक मिलियन को भी पार कर गया है। इस साल करीब 11 लाख गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन हुआ है।
EV की बिक्री ने बनाया नया रिकार्ड
बता दें, इलेक्ट्रिक व्हीकल यानी ईवी की बिक्री ने इस साल नया रिकॉर्ड बनाया है। इसकी बिक्री ने अब तक भारत में एक मिलियन के आंकड़े को पार कर लिया है। इसमें सबसे ज्यादा बिक्री दो-पहिया वाहनों की हुई है। यानि ई-स्कूटर्स की बिक्री सबसे ज्यादा हुई है। भारत में दो-पहिया वाहन इस्तेमाल करने वालों की संख्या काफी ज्यादा है। इसमें स्कूटर्स, ई-रिक्शा और इलेक्ट्रिक ऑटो शामिल हैं। इन सबकी टोटल बिक्री मिलकर 8 लाख के करीब है। इसकी सबसे शानदार बात ये है कि केवल ई-स्कूटर के दम पर ईवी की बिक्री ने नया रिकॉर्ड हासिल किया है।
तीन गुना ज्यादा बिके E-Scooters
साल 2017 में जहां ईवी की केवल 27,888 यूनिट्स ही सेल हुई थीं उसके मुकाबले इस साल की बिक्री एक बड़ी छलांग है. साल 2022-2023 में करीब तीन गुना इलेक्ट्रिक व्हीकल की बिक्री में बढ़ोत्तरी हुई है। सबसे ज्यादा बिक्री ई-स्कूटर के बाद इलेक्ट्रिक थ्री व्हीलर्स की हुई है।
सस्पेंशन का बिक्री पर पड़ा असर
SMEV के मुताबिक, ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को FAME2 के तहत मिलने वाली सब्सिडी उन कंपनियों के लिए सस्पेंड होनी चाहिए इसके जो लोकल स्टैंडर्ड्स को पूरा नहीं करती हैं। इसका सस्पेंशन ईवी की बिक्री में की एक मुख्य वजह हैं। SMEV की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक, ये यूजर की डिमांड की वजह से बिक्री नहीं बढ़ी है बल्कि सब्सिडी लागू करने की वजह से इसकी बिक्री बढ़ी है।
ये रहा बिक्री बढ़ने का प्रमुख कारण
SMEV की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक, इलेक्ट्रिक व्हीकल की बिक्री प्रमोट करने के लिए FAME2 से पहले चलाई जा रही स्कीमों का कोई खास असर नहीं पड़ा है। जबकि स्कीम लॉन्च होने के बाद ईवी की कीमतों में 35 प्रतिशत तक की गिरावट आई है। यही कारण है कि इस बार उसकी बिक्री में बंपर उछाल देखने को मिला है।