GDP News, RBI: चालू वित्त वर्ष 2023 में जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान 6 प्रतिशत है। इससे आर्थिक स्थिरता मजबूती के संकेत मिल रहे हैं। ऐसा आरबीआई का अनुमान है। आरबीआई ने ने कहा कि 2,000 रुपए के नोटों की वापसी के बाद मुद्रा चलन (सीआईसी) की वृद्धि 8.2 प्रतिशत से घटकर 4 प्रतिशत पर आ गई है। 31 अगस्त तक जमा के रूप में 2000 रुपए के लगभग 93 फीसदी नोट बैंकिंग सिस्टम में वापस आए हैं।
वैश्विक मंदी से भारत निर्यात वृद्धि कम
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की सदस्य आशिमा गोयल ने कहा कि चालू वित्त वर्ष 2023—24 में देश की आर्थिक वृद्धि दर छह फीसद से अधिक रहेगी। देश बड़े वैश्विक झटकों के दौर में आर्थिक स्थिरता और प्रदर्शन को मजबूत रखने में सफल रहा है। उन्होंने कहा कि वैश्विक मंदी से भारत निर्यात वृद्धि कम हो रही है। देशों के बीच तनाव से तेल और खाद्य पदार्थ कीमत बढ़ रही हैं। खराब मौसम भी इसके लिए कुछ जोखिम हैं। जिनका देश सामना कर रहा है। देश की आर्थिक वृद्धि दर 2022-23 में 7.2 प्रतिशत थी। केंद्रीय बैंक आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष 2023—24 में आर्थिक वृद्धि दर 6.5 फीसद रहने का अनुमान जताया है।
कंपनियों की महंगाई का अनुमान चार प्रतिशत
गोयल ने कहा कि लंबे समय से कंपनियों की महंगाई का अनुमान चार प्रतिशत तक हैं। इसका मतलब कि लागत के झटकों के बावजूद, उनकी मूल्यवृद्धि चार प्रतिशत से अधिक नहीं। अगस्त में खुदरा महंगाई घटकर 6.83 फीसद पर आ गई है। गोयल के मुताबिक, बार-बार आपूर्ति के झटके (यूक्रेन युद्ध की तरह) होने पर, महंगाई उम्मीदों को नियंत्रित करने के लिए मौद्रिक सख्ती पर्याप्त होनी जरूरी है। हालांकि इतनी तेज नहीं कि ये एक बड़े विकास का बलिदान दे दिया जाए।