नेता विपक्ष राहुल गाँधी के पुराने संसदीय क्षेत्र अमेठी के पिछवारिया गांव के अनुसूचित जाति के युवक अर्जुन पासी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। आज उसके परिजनों से मिलने के बाद राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पुलिस अधिकारी हत्या के मुख्य दोषियों को बचा रहे हैं। लोकसभा में विपक्ष के नेता ने परिवार को मामले में हरसंभव मदद का भरोसा दिया। बाद में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘पुलिस अधीक्षक अर्जुन की हत्या के मास्टरमाइंड को बचा रहे हैं, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे। मृतक के परिवार को न्याय जरूर मिलेगा।’
उन्होंने आगे कहा कि वहां मौजूद सभी लोग न्याय की मांग कर रहे थे, क्योंकि एक दलित युवक की हत्या हुई है। पूरे परिवार को धमकाया जा रहा है, एक व्यक्ति की हत्या हो चुकी है, फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘एसपी मास्टरमाइंड के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं, बल्कि छोटे लोगों को गिरफ्तार कर रहे हैं। मैं चाहता हूं कि उत्तर प्रदेश में हर वर्ग का सम्मान हो और सभी को न्याय मिले। जब तक इस परिवार को न्याय नहीं मिल जाता, हम पीछे नहीं हटेंगे।’
राहुल गांधी ने कहा कि अर्जुन की मां ने उन्हें बताया कि उनका छोटा बेटा नाई की दुकान चलाता है। कुछ युवक छह-सात बार दुकान पर आए, लेकिन बाल कटवाने के पैसे दिए बिना ही चले गए। पिछली बार जब एक युवक बिना पैसे दिए जाने वाला था, तो उसने पैसे मांगे। उस घटना के बाद अर्जुन की हत्या कर दी गई। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह साफ है कि परिवार और समाज के साथ अन्याय हुआ है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जब तक परिवार को न्याय नहीं मिल जाता, हम इस मामले को नहीं छोड़ेंगे।
मौके पर मौजूद भीड़ राहुल गांधी जिंदाबाद और अर्जुन के हत्यारों को फांसी दो जैसे नारे लगाती रही, जबकि सांसद पीड़ित परिवार और मीडिया से बात कर रहे थे। राहुल गांधी दोपहर में विशेष विमान से फुरसतगंज स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी पहुंचे। यहां यूपी कांग्रेस नेताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद वह अमेठी सांसद किशोरी लाल शर्मा समेत अन्य नेताओं के साथ रायबरेली के नसीराबाद थाना क्षेत्र के पिचवरिया गांव के लिए रवाना हुए। यह गांव अमेठी लोकसभा क्षेत्र की सलोन विधानसभा सीट में आता है।
बता दें कि 11 अगस्त की रात को अर्जुन पासी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। तब से पीड़ित परिवार न्याय की मांग कर रहा है। ग्रामीणों के साथ ही उसके परिजनों व कई संगठनों ने गांव में सड़क जाम कर परिवार के साथ हुए अन्याय के खिलाफ प्रदर्शन किया। गुस्साए ग्रामीणों ने हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन भी किया। मृतक की मां की तहरीर पर पुलिस ने सात नामजद समेत 12 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इनमें से छह को जेल भेज दिया गया है, जबकि मुख्य आरोपी विशाल सिंह अभी भी फरार है।