चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर इन दिनों टीवी चॅनेल्स पर एकबार फिर ज़्यादा नज़र आने लगे हैं, कुछ महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव के दौरान भी उन्हें मेनस्ट्रीम मीडिया में ओवर एक्टिव देखा गया था और एकतरह से उन्हें भाजपा के लिए बैटिंग करते हुए पाया गया था, प्रशांत किशोर ने चुनाव में भाजपा को अकेले ही 300 से ज़्यादा सीटें जीतने की बात कही थी लेकिन उनके सारे अनुमान धराशायी हो गए थे, अब जबकि देश में दो राज्यों के चुनाव होने वाले हैं प्रशांत किशोर फिर एक्टिव हुए हैं हालाँकि इस बार उनकी बातें धरातल पर दिखाई दे रही हैं. वो राहुल गाँधी के बढ़ते कद को भी स्वीकार कर रहे हैं, इंडिया ब्लॉक की एकता की भी तारीफ कर रहे हैं. हालाँकि प्रधानमंत्री के रूप में वो राहुल गाँधी को नरेंद्र मोदी से बहुत पीछे देख रहे हैं.
एक टीवी चैनल को दिए गए हालिया इंटरव्यू में प्रशांत किशोर जिनकी खुद की राजनीतिक पार्टी की 2 अक्टूबर को आधिकारिक घोषणा होने वाली है ने हाल के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के पुनरुत्थान का श्रेय राहुल गांधी के नेतृत्व को दिया है, लेकिन ये भी कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकल्प के रूप में स्थापित होने से पहले अभी उन्हें बहुत कुछ करना है। साक्षात्कार में प्रशांत किशोर ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करने का श्रेय राहुल को मिलना चाहिए। कांग्रेस ने राहुल के नेतृत्व में चुनाव लड़ा था, इसलिए पार्टी के प्रदर्शन का श्रेय उन्हें जाना चाहिए।
प्रशांत किशोर ने कहा कि राहुल गाँधी को खुद को राष्ट्रीय नेता के रूप में स्थापित करने के लिए अभी भी लंबा सफर तय करना है। राहुल ने निश्चित तौर पर खुद को कांग्रेस के नेता के तौर पर स्थापित कर लिया है लेकिन खुद को देश के नेता के तौर पर स्थापित करने के लिए उन्हें अभी लंबा सफर तय करना है। 99 सीटें जीतना एक बात है और 250 से 260 सीटें जीतना दूसरी बात है। प्रशांत किशोर ने विपक्षी दलों की “एकजुट इकाई” के तौर पर मिलकर काम करने के लिए सराहना की और कहा कि यह लोकतंत्र के लिए अच्छा है। उन्होंने कहा अब कम से कम संसद में अच्छी बहस तो हो रही है।