केनिंग्टन ओवल में खेला गया इंग्लैंड और श्रीलंका के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा और आखिरी मैच मेहमान टीम ने आठ विकेट से जीत लिया। सीरीज में 0-2 से पिछड़ने के बाद श्रीलंका ने इस मैच में बेहतरीन प्रदर्शन किया और जीत के साथ दौरे का अंत किया। हालांकि, इंग्लैंड यह सीरीज 2-1 से जीतने में कामयाब रहा, लेकिन यह हार इंग्लैंड को काफी नुकसान पहुंचाने वाली है। श्रीलंका ने यह मैच चार दिन के अंदर ही जीत लिया।
श्रीलंकाई टीम ने 10 साल बाद इंग्लैंड के खिलाफ कोई टेस्ट मैच जीता है। इससे पहले जून 2014 में श्रीलंका ने लीड्स टेस्ट में इंग्लैंड को 100 रनों से हराया था। यह इंग्लैंड में टेस्ट मैचों में श्रीलंका की चौथी जीत है। श्रीलंका ने पहला टेस्ट अगस्त 1998 में और दूसरा टेस्ट जून 2006 में जीता था।
इस मैच के पहले दो दिन इंग्लैंड की टीम हावी दिख रही थी लेकिन तीसरे दिन से पूरा नज़ारा बदल गया। श्रीलंकाई टीम के गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया और इंग्लैंड की टीम की दूसरी पारी को महज 156 रनों के स्कोर पर समेट दिया। यहां से श्रीलंकाई टीम मैच में वापसी करने में कामयाब रही। उन्हें मैच की चौथी पारी में जीत के लिए 219 रनों का लक्ष्य मिला जिसे श्रीलंका ने सिर्फ 2 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया।
मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड की टीम ने 325 रन बनाए। जवाब में श्रीलंकाई टीम अपनी पहली पारी में सिर्फ 263 रन ही बना सकी। ऐसे में पहली पारी के बाद इंग्लैंड को 62 रनों की बढ़त मिली। लेकिन दूसरी पारी में टीम का प्रदर्शन बेहद खराब रहा जिसके चलते इंग्लैंड की टीम को इस मैच में हार का सामना करना पड़ा।
मैच में श्रीलंका की जीत के हीरो पथुम निसांका रहे। उन्होंने मैच की आखिरी पारी में 124 गेंदों पर नाबाद 127 रन बनाए और टीम को जीत दिलाई। उनकी पारी में 13 चौके और 2 छक्के शामिल रहे। वहीं एंजेलो मैथ्यूज ने 61 गेंदों पर नाबाद 32 रन बनाए और निसंका का पूरा साथ दिया।