भाजपा नेता ईश्वरप्पा के अज़ान के खिलाफ दिए गए बयान का विरोध जताते हुए एक मुस्लिम युवक ने शिमोगा में डिप्टी कमिश्नर के दफ्तर तक विरोध मार्च निकाला और वहां अज़ान देने के बाद नमाज़ अदा की, जिसके बाद उस युवक को गिरफ्तार कर लिया गया, हालाँकि बाद में उसे ज़मानत पर रिहा कर दिया गया. इसके बाद बजरंग दल ने सरकारी कार्यालय के उस स्थान को गौ मूत्र से धोकर उसे शुद्ध किया गया. इस घटना के बाद शिमोगा ज़िले में तनाव पैदा हो गया. बता दें कि कर्नाटक में चुनावी सरगर्मियां अपने चरम पर हैं.
बजरंग दल ने गौमूत्र से शुद्ध किया वो स्थान
जानकारी के मुताबिक शिमोगा उपायुक्त कार्यालय तक बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने मार्च किया और उस स्थान पर गोमूत्र से धोकर शुद्ध किया जहां मुस्लिम युवक नमाज अदा की थी। यह पूरा विवाद भाजपा के वरिष्ठ नेता ईश्वरप्पा के कुछ दिनों पहले उस बयान के बाद उभरा जब एक चुनावी सभा में उनके भाषण के दौरान अज़ान होने लगी और उन्होंने नाराज़ होते हुए कहा कि अज़ान की आवाज़ से उनके सर में दर्द होने लगता है, यहीं नहीं उन्होंने कहा था कि अल्लाह बहरा है. भाजपा नेता के इसी बयान के विरोध में मोहसिन नामी युवक ने विरोध में ये कदम उठाया।
युवक को मिली ज़मानत
मोहसिन द्वारा सरकारी कार्यालय में अज़ान देने और नमाज़ पढ़ने की घटना के बाद पुलिस उसे गिरफ्तार कर पुलिस स्टेशन ले गयी जहाँ उसे ज़मानत पर रिहा कर दिया गया. इस मामले में बजरंग दल के राजेश गौड़ा ने कहा कि किसी भी सरकारी कार्यालय में अजान देना “धार्मिक कट्टरता” को प्रदर्शित करने जैसा है। उन्होंने कहा कि किसी बात का विरोध करने का सबको अधिकार है लेकिन इसके लिए अपनी धार्मिक कट्टरता प्रकट करने का किसी को अधिकार नहीं है. सरकारी कार्यालय अज़ान के लिए सही जगह नहीं है, इसलिए उस स्थान को शुद्ध किया गया.