राष्ट्रपति भवन के मुग़ल गार्डन का नाम अब केंद्र की भाजपा सरकार ने अमृत उद्यान कर दिया है, हालाँकि कहा जा रहा कि यह राष्ट्रपति के आदेश से हुआ है. इस मामले पर किसी राजनीतिक दल की पहली प्रतिक्रिया देखने को आयी है. बसपा मुखिया मायावती ने इस नामकरण को लेकर भाजपा सरकार पर हमला किया है और सवाल किया है कि इससे क्या देश की ज्वलंत समस्याएं दूर हो जाएँगी। वहीँ भाजपा का मानना है कि मुग़ल गार्डन का नाम गुलामी का प्रतीक लगता है, देश में जब अमृतकाल चल रहा है तब मुग़ल गार्डन का नाम अमृत उद्यान रखना एक सही फैसला है.
क्या इससे देश की समस्याएं ख़त्म हो जाएँगी
बसपा सुप्रीमो ने आज सुबह अपने ट्वीट में कहा कि पूरा देश ज़बरदस्त मंहगाई , बेरोज़गारी और गरीबी के तनावपूर्ण जीवन से ट्रस्ट है सिवाए मुट्ठी भर लोगों को छोड़कर। लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार इसका निदान कराने के बजाये नामांतरण, धर्मांतरण, नफरत भाषण और फिल्मों के बायकाट के ज़रिये लोगों का ध्यान बाँट रही है. मायावती ने आगे कहा कि मुग़ल गार्डन का नाम बदलने से क्या देश की यह ज्वलंत समस्याएं ख़त्म हो जायेंगीं। और अगर ऐसा नहीं है तो फिर इसे सरकार की नाकामियों पर पर्दा डालने का एक प्रयास ही माना जायेगा।
देश में विवादों का दौर
बता दें कि पिछले काफी दिनों से देश में कभी पठान, कभी रामचरितमानस, कभी बीबीसी डाक्यूमेंट्री के रूप में कोई न कोई विवाद चल रहा है। अब सरकार ने राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डन का नाम बदलकर लोगों को चर्चा के लिए एक और विषय पकड़ा दिया है. लोगों का मानना है कि यह सब भारत जोड़ो यात्रा से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए हो रहा है. भारत जोड़ो यात्रा का आज कश्मीर में श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराकर समापन हो गया. यात्रा की कामयाबी ने केंद्र सरकार को काफी विचलित कर दिया है.