केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस नेता राहुल गाँधी का नाम लिए बिना कहा कि कुछ लोग देश के भीतर और बाहर यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि भारतीय न्यायपालिका संकट में है। लेकिन उनकी बात पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. ऐसे बयानों से भारत और उसके लोकतांत्रिक ढांचे को बदनाम किया जा रहा है लेकिन वो लोग ऐसा करने में सफल नहीं हो सकते हैं। बता दें कि राहुल गांधी ने कैम्ब्रिज युनिवेर्सिटी में दिए गए व्याख्यान में आरोप लगाया था कि वर्तमान में भारतीय लोकतंत्र पर हमला हो रहा है और खुद उनके सहित कई राजनेताओं की निगरानी की जा रही है।
आज़ादी के नाम पर कुछ भी करने की छूट नहीं
केंद्रीय कानून मंत्री ने ओडिशा के भुवनेश्वर में कहा कि लोकतंत्र हमारे खून में है। भारत की न्यायपालिका की आजादी और लोकतंत्र पर कोई सवाल नहीं खड़ा किया जा सकता सकता है। भुवनेश्वर में सेंट्रल गवर्नमेंट लॉ ऑफिसर्स कॉन्फ्रेंस में राहुल गाँधी पर हमला बोलते हुए उन्हें टुकड़े टुकड़े गैंग का मददगार बताया और कहा कि भारत विरोधी विदेशी ताकतें इनकी मदद से भारत पर हमला करती हैं। उन्होंने कहा कि आज़ादी के नाम पर किसी को कुछ भी करने की छूट नहीं दी जा सकती।
सख्त कानून बनाने होंगे
रिजिजू ने कहा कि भारत को सुरक्षित बनाने के लिए सख्त कानून बनाने ही होंगे, इसके बिना बिना आजादी नहीं बचेगी। आजादी और अधिकार पाने के लिए हमें कई चीजों का त्याग करना होगा। उन्होंने कहा कि भले ही अमेरिका सबसे पुराना लोकतंत्र होने का दावा कर सकता है लेकिन सच तो यह है कि भारत ही ‘लोकतंत्र की जननी’ है। बता दें कि कैंब्रिज युनिवेर्सिटी में राहुल गाँधी ने कहा था कि इस समय भारत में लोकतांत्रिक तरीके से आवाज उठाने वालों की निगरानी की जा रही है, मीडिया और न्यायपालिका पर कब्जा करके विरोध में उठी आवाज़ को दबाने का काम किया जा रहा है। अल्पसंख्यकों, दलितों और आदिवासियों पर हमला करके भय का माहौल तैयार किया जा रहा है।