- कहा, अपनी धरती से पाकिस्तान की खदेड़ना ही तो था
- 527 सैन्यकर्मी शहीद हुए थे कारगिल यु़द्ध में
मंडी। कारगिल युद्ध कोई बड़ी लड़ाई नहीं थी, सिर्फ अपनी धरती से पाकिस्तान को खदेड़ना ही तो था। हिमाचल प्रदेश के मंडी संसदीय सीट पर हो रहे उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी को कमतर बताने के प्रयास में कांग्रेस प्रत्याशी की जुबान फिसली और वह कारगिल युद्ध को ही छोटी सी बात बता गयीं।
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मंडी संसदीय सीट से भाजपा ने ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर को टिकट दिया है। खुशाल ठाकुर ने कारगिल युद्ध के दौरान 18 ग्रेनेडियर का नेतृत्व किया था। 18 ग्रेनेडियर ने तोलोलिंग की पहाड़ी पर कब्जा कर कारगिल युद्ध को जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। कारगिल युद्ध को जीतने के लिये देश के 527 सैन्यकर्मियों ने शहादत दी थी।
लेकिन राजनीति के आगे सैनिकों की शहादत शायद कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह के लिये बेमानी है। नांडी गांव में एक चुनावी जनसभा में प्रतिभा सिंह ने कहा कि भाजपा ने सैनिकों, पूर्व सैनिकों और परिजनों के वोट हासिल करने के लिये एक पूर्व फौजी को टिकट दिया। कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह ने कहा कि भाजपा अपने प्रत्याशी ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर को बहुत बडे़ और विजय हासिल करने वाले सैनिक के रूप में पेश कर रही है। उन्होंने कारगिल युद्ध में भाग लिया है लेकिन वो कोई बड़ा युद्ध नहीं था।
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कारगिल युद्ध को छोटा बताकर कांग्रेस प्रत्याशी ने विवाद खड़ा कर दिया है जो उनके और उनकी पार्टी के लिये नुकसानदेह साबित हो सकता है। गौरतलब है कि राज्य के 52 रणबांकुरे कारगिल युद्ध में शहीद हुए थे। राज्य में पूर्व और वर्तमान सैनिकों की संख्या अच्छी -खासी है। ऐसे में कारगिल युद्ध को यूं हल्का बताने वाली प्रतिभा सिंह को सैन्य वोटर्स की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है। वहीं भाजपा भी इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाकर कांग्रेस को सांसत में डालेगी।