राजघाट के बाहर कांग्रेस पार्टी के संकल्प सत्याग्रह में प्रियंका गाँधी के दिए गए भाषण के जवाब में पलटवार करते हुए भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि यह सत्याग्रह नहीं बल्कि दुराग्रह है. राहुल गाँधी की सांसदी अदालत द्वारा दिए गए फैसले के बाद गयी है, कानून के अनुसार गयी है. कांग्रेस पार्टी का ये सत्याग्रह दरअसल अदालत के फैसले का विरोध है. भाजपा प्रवक्ता ने पत्रकार वार्ता में कहा कि ऐसा इसलिए क्योंकि गाँधी फैमिली खुद को क़ानून से परे समझती है. बता दें कि राहुल गाँधी को मोदी उपनाम इस्तेमाल करने पर मानहानि के मामले सूरत की एक अदालत ने दो वर्ष की सजा सुनाई जिसके बाद उनकी लोकसभा सदस्यता चली गयी.
प्रियंका बयान श्रीराम का अपमान
वहीँ केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रियंका के भाषण पर कहा कि गांधी परिवार क्या खुद को रघुकुल और पांडव कुल के बराबर समझता है? उन्होंने कहा कि प्रियंका गाँधी का बयान हमारे आराध्य मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का अपमान है. बता दें कि अपने भाषण में प्रियंका ने भाजपा के परिवार के आरोप का जवाब देते हुए कहा था कि भाजपा कहती है कि आप परिवारवादी कहते हैं। तो फिर बताइये भगवान राम कौन थे? उन्हें वनवास में क्यों भेजा गया। उन्होंने तो परिवार और धरती के प्रति अपने धर्म को ईमानदारी से निभाया। तो क्या भगवान राम और पांडव परिवारवादी हो गए? जो वह अपने परिवार के संस्कारों के लिए लड़े।
राहुल सावरकर हो भी नहीं सकते
बीजेपी आई टी सेल के हेड अमित मालवीय ने कहा कि प्रियंका गाँधी ने राहुल गांधी की तुलना भगवान राम से कर करोड़ों राम भक्तों की आस्था पर गहरा प्रहार किया है जिसे बिलकुल स्वीकार नहीं किया जा सकता. वहीँ इससे पहले केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने राहुल के कल के बयान पर कहा कि राहुल गांधी आप वीर सावरकर हो भी नहीं सकते। राहुल ने माफ़ी के सवाल पर कहा था कि मेरा नाम राहुल गाँधी, राहुल सावरकर नहीं और गाँधी कभी माफ़ी नहीं मांगते।