हाल ही में संपन्न हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में वीवीपीएटी-ईवीएम में वोटों के अंतर के विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए महाराष्ट्र के मुख्य चुनाव अधिकारी एस चोकलिंगम ने कहा कि वीवीपीएटी पर्चियों और वोटिंग मशीन के नंबरों में कोई अंतर नहीं है।
वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का उपयोग करने वाले मतदाताओं को फीडबैक देने का एक तरीका है। वहीं, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) इलेक्ट्रॉनिक मशीनों का उपयोग करके मतदान करने और गिनती करने की एक प्रक्रिया है।
मतगणना के दिन 23 नवंबर को चुनाव आयोग ने कुल 1,445 वीवीपीएटी पर्चियों की गिनती की। बयान में कहा गया कि संबंधित डीईओ से प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार वीवीपीएटी पर्चियों की गिनती और ईवीएम कंट्रोल यूनिट की गिनती में कोई अंतर नहीं पाया गया है। चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित प्रक्रिया का पालन किया गया है। यह प्रक्रिया कड़े सुरक्षा उपायों के तहत की गई, जिसमें प्रत्येक मतगणना केंद्र पर समर्पित कमरे बनाए गए और पूरी प्रक्रिया सीसीटीवी पर रिकॉर्ड की गई।
विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी (MVA) द्वारा लगाए गए छेड़छाड़ के आरोपों का खंडन करते हुए सभी 288 निर्वाचन क्षेत्रों में सत्यापन प्रक्रिया आयोजित की गई।