लखनऊ: आसाराम बापू के आश्रम में खड़ी कार में मिली किशोरी की लाश के हंगामा हो गया है। अब एक बार फिर से आशाराम बापू के आश्रम सुर्खियों में है।
जिस किशोरी का शव आश्रम में मिला उसका पिता भी तीन साल से लापता हैं। एक मकान विवाद में मारपीट के बाद से उनका कोई पता नहीं है। पुलिस भी इस मामले में कुछ नहीं कर पाई है। मृत किशोरी की मां गीता ने बताया कि उनकी बेटी मंगलवार रात से लापता हो गई थी।
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आसपास क्षेत्र में ढूंढने का प्रयास किया। उसका कुछ पता नहीं चला। पुलिस को मामले की सूचना दी थी। बाद में पता चला कि बेटी की लाश आश्रम में खड़ी एक कार में मिली है। गीता पांडे ने बताया कि तीन साल पहले उसके पति अचानक लापता हो गये थे।
महिला ने आरोप लगाया कि जिन लोगों ने उसके पति को गायब किया उन्हीं लोगों ने बच्ची की हत्या की है। मृतक बच्ची की मां ने तीन लोगों के खिलाफ तहरीर दी।
नगर के बहराइच मार्ग पर गाँव बिमौर स्थित आसाराम का आश्रम पांच बीघा भूमि पर बना हुआ है।
आश्रम से बड़ी संख्या में अनुयायी जुड़े हैं। कभी यहाँ होने वाले सत्संग में बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ होती थी। आसाराम के जेल जाने के बाद से उनके अनुयायी अब गिनती के बचे हैं। अब सप्ताह में सिर्फ रविवार को ही शाम आरती और सत्संग होता है। इस आश्रम में आसाराम खुद दो बार आ चुका है।
जब आसाराम जेल गया उसके बाद से आश्रम वीरान हो गया। मौजूदा समय में सेवादार के रूप में दयाराम कार्यरत है। पुलिस ने पूछताछ के लिए इन सभी को हिरासत में लिया है।