New Parliament आज धर्मपुरम और तिरुवावदुथुरई के अधीनम प्रधानमंत्री आवास पर पहुंचे और उन्होंने प्रधानमंत्री ने उनका आशीर्वाद लिया। संसद के नए भवन के उद्घाटन की पूर्व संध्या पर अधीनम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पवित्र राजदंड ‘सेंगोल’ सौंपा।
रविवार को नए संसद भवन के उद्घाटन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद भवन में पवित्र ‘सेंगोल’ की स्थापना करेंगे। उद्घाटन समारोह में 21 अधीनम भाग लेंगे। धर्मपुरम अधीनम, विरुधाचलम अधीनम, पलानी अधीनम और थिरुकोयिलूर अधीनम उन अधीनमों में जो कल समारोह में भाग लेंगे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पवित्र राजदंड ‘सेंगोल’ अंग्रेजों से भारत में सत्ता हस्तांतरण का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि संसद भवन ऐतिहासिक ‘सेंगोल’ स्थापित करने के लिए पवित्र स्थान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेंगोल को अमृत काल के राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में अपनाने का फैसला किया है।
न्याय का प्रतीक है सेंगोल
‘सेंगोल’ न्याय के प्रतीक की स्थापना के बारे में तिरुवावदुथुरई अधीनम के अंबालावाना देसीगा परमाचरिया स्वामीगल ने बताया कि यह तमिलनाडु के लिए गर्व की बात है। नए संसद भवन में न्याय के प्रतीक सेंगोल को स्थापित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 1947 में तत्कालीन गवर्नर जनरल लॉर्ड माउंटबेटन ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को सेंगोल भेंट किया था।