ज़हरीली शराब ने बिहार में एकबार फिर तबाही मचाई है. ताज़ा घटना छपरा ज़िले की है जहाँ ज़हरीली शराब के सेवन से 20 लोगों को अपनी ज़िन्दगी से हाथ धोना पड़ा है, बता दें कि बिहार में शराबबंदी होने के बावजूद इस तरह की घटनाएं होती रहती है. वहीँ पुलिस का कहना है कि यह गलत आंकड़ा पेश किया जा रहा है. फिलहाल घटना वाले गाँव पहुंचकर मेडिकल टीम लोगों का चेकअप कर रही है और जो भी व्यक्ति संदिग्ध पाया जा रहा है उसे अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है.
सिर्फ सात लोगों के मरने की पुष्टि
घटना पर बिहार के आबकारी मंत्री सुनील कुमार ने कहा है कि इस मामले में जो भी दोषी होगा उसपर सख्त कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि छपरा ज़िले के इसुआपुर थाना क्षेत्र के डोईला गांव में सुबह कुछ लोगों के शराब पीने से मरने की खबर आयी थी, जिसके बारे में अब दावा किया जा रहा है कि मरने वालों की संख्या 20 है. जबकि पुलिस के मुताबिक सिर्फ सात लोगों की मौत हुई और उनकी शिनाख्त भी हो चुकी है.
नितीश ने भाजपा पर लगाया आरोप
अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक सात मरीज़ भर्ती कराये गए थे जिसमें से पांच की मौत हो पहले ही हो चुकी थी जबकि दो लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. इसुआपुर थाना पुलिस के मुताबिक मृतकों के परिजनों से पूछताछ जा है, पता लगाया जा रहा है कि कहां से यह शराब खरीदी गयी थी.बता दें बिहार में शराब बंदी के बावजूद ज़हरीली शराब से मौतों का सिलसिला जारी है. अभी पिछले हफ्ते ही वैशाली जिले में भी तीन लोगों की ज़हरीली शराब पीने से मौत हो चुकी है. वहीँ मुख्यमंत्री नितीश कुमार विधानसभा में शराब से हुई मौतों के सवाल पर आपा खोते हुए नज़र आये. नितीश ने सीधे तौर पर भाजपा विधायकों पर आरोप लगाया कि यह सब आप लोग करा रहे हो.