लोकसभा चुनाव के बाद अब बारी तीन राज्यों के विधान सभा चुनावो की है, अक्टूबर के आसपास महराष्ट्र, झारखण्ड और हरियाणा विधानसभा के चुनाव कराये जा सकते हैं। इनमें महाराष्ट्र और हरियाणा में सत्ता रूढ़ भाजपा और उनके सहयोगियों की सरकार है वहीँ झारखण्ड में JMM और कांग्रेस की सरकार है. लोकसभा चुनावों में महाराष्ट्र में जिस तरह MVA ने महयुति को झटका दिया है उसी उसके हौसले बहुत बुलंद हैं और इन्हीं बुलंद हौसलों के साथ उन्होंने विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू भी शुरू कर दी हैं। शनिवार को महाविकास अघाड़ी ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे, एनसीपी शरद पवार प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने एनडीए गठबंधन पर निशाना साधा और ऐलान किया है कि महाविकास अघाड़ी राज्य में विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ेंगे। बता दें कि कुछ ख़बरें मीडिया में चल रही थीं कि शिवसेना UBT अकेले चुनाव लड़ने का मन बना रही है.
पत्रकार वार्ता में एनसीपी शरद पवार प्रमुख शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि जहां-जहां मोदी ने रोड शो और रैलियां की हैं, उन सभी जगहों पर महाविकास अघाड़ी को जीत मिली है, इसलिए मैं पीएम मोदी का आभार जताना अपना कर्तव्य समझता हूं। शरद पवार ने कहा कि हम चाहेंगे कि आने वाले विधानसभा में मोदी जी की ज्यादा से ज्यादा सभाएं हों ताकि हम उनके कारण स्पष्ट बहुमत की ओर बढ़ते रहें।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने आईना दिखा दिया है कि बीजेपी के खिलाफ कोई नहीं लड़ सकता। उद्धव ने महाराष्ट्र की जनता का आभार जताते हुए कहा कि यह लड़ाई संविधान और लोकतंत्र बचाने की थी। उन्होंने कहा कि अब मोदी सरकार एनडीए सरकार में बदल गई है. यह सरकार कितने दिन चलेगी, इसमें संदेह है. हम विधानसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ने जा रहे हैं. उद्धव ने आगे कहा कि अच्छे दिन आने वाले हैं, उनका क्या हुआ, मोदी की गारंटी का क्या हुआ? बीजेपी ने खुद 400 का नारा दिया था, देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि हमारी सरकार रिक्शे के तीन पैरों जैसी है, केंद्र की भाजपा सरकार का भी हाल भी कुछ वैसा ही है.