बीजेपी के नवनिर्वचित सरप्राइज़ मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आज मध्य प्रदेश के CM के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली है। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। इस तरह से पिछले लगभग 20 साल से चले आ रहे शिव-राज का अंत हो गया और मध्य प्रदेश में मोहन के निज़ाम की शुरुआत हुई है.उनके अलावा राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा ने डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ली है, प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह के अलावा कई बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और पार्टी नेता नेता भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में मौजूद नज़र आये. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विशेष आकर्षण का केंद्र दिखे।
चुनाव में कामयाबी के बाद मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर अटकलें चल रही थी, इसको लेकर दो हिस्सों में लोग बनते हुए थे, एक हिस्सा शिवराज को एकबार फिर मुख्यमंत्री बनते हुए दिख रहा था तो दूसरी तरफ मुख्यमंत्री के रूप में किसी नए चेहरे को लेकर बहस चल रही थी, हालाँकि इस बहस में मोहन यादव का चेहरा कहीं नहीं दिख रहा था लेकिन जब विधायक दल की बैठक में जब पर्ची खुली तो उसमें मोहन यादव का नाम लिखा था जो मध्य प्रदेश पार्टी का OBC चेहरा हैं, इस तरह शिवराज सिंह चौहान को पांचवीं बार मुख्यमंत्री पद संभालने का रिकॉर्ड बनाने से महरूम कर दिया गया.
मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव को संघ का करीबी माना जाता है. मध्य प्रदेश में OBC की जनसंख्या में 48 प्रतिशत से अधिक है। आने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा आला कमान ने जातिगत जनगणना की काट निकालते हुए मध्य प्रदेश में एक OBC चेहरा उतारकर राहुल गाँधी को बहुत बड़ा झटका दिया जिन्होंने पांचों राज्यों का विधानसभा चुनाव जातिगत जनगणना और OBC के मुद्दे पर ही लड़ा था. मोहन यादव का राजनीतिक कैरियर 2013 में उस समय शुरू हुआ था जब वो पहली बार उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक चुने गए थे, इसके बाद 2018 और फिर 2023 में विधानसभा सीट बरकरार रखकर तिकड़ी जमाने का काम किया।