कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को कहा कि केंद्र की भाजपा नीत सरकार ने “आर्थिक उथल-पुथल” मचाई है, जिससे आम लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सत्तारूढ़ भाजपा नीत एनडीए पर हमला करते हुए उन्होंने कहा, “मोदी सरकार के पास इस आर्थिक उथल-पुथल का कोई समाधान नहीं है।”
कांग्रेस प्रमुख ने सात संकेतकों पर प्रकाश डाला, जिनके बारे में उन्होंने जोर देकर कहा कि ये आम भारतीयों के जीवन में व्याप्त अव्यवस्था को दर्शाते हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा, “गोल्ड लोन में 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और गोल्ड लोन एनपीए (गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां) में 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। घरों द्वारा खरीदी गई वस्तुओं और सेवाओं का कुल मूल्य पिछली आठ तिमाहियों में धीमा हो गया है और कोविड-पूर्व स्तर तक नहीं पहुंच पाया है।”
कांग्रेस प्रमुख ने यह भी दावा किया कि कार बिक्री की वृद्धि चार साल के निचले स्तर पर आ गई है। उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों (2019-2023) में इंजीनियरिंग, विनिर्माण, प्रक्रिया और बुनियादी ढाँचा (ईएमपीआई) क्षेत्रों में मजदूरी में केवल 0.8 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक दर से वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा कि पिछली आठ तिमाहियों में खाद्य मुद्रास्फीति औसतन 7.1 प्रतिशत रही है। आवश्यक व स्तुओं पर जीएसटी के रूप में अप्रत्यक्ष कराधान घरेलू बचत को कम कर रहा है जो 50 साल के निचले स्तर पर है। घरेलू वित्तीय देनदारियाँ अब जीडीपी का 6.4 प्रतिशत हैं – जो दशकों में सबसे अधिक है.”
खड़गे ने दावा किया कि रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुँच गया है, जिससे विदेशी फंड बाहर जा रहे हैं और छोटे निवेशकों को लाखों करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा, “आपके वार्षिक ‘नए साल के संकल्प’ हर नागरिक के जीवन को नष्ट करने वाले ‘जुमलों’ से कम नहीं हैं।”