चूँकि वाराणसी से प्रधानमंत्री मोदी चुनाव लड़ते आ रहे हैं इस लिहाज़ से ये VVIP सीट हो गयी है, ऐसे में लोगों को इंतज़ार रहता है कि विपक्षी दल प्रधानमंत्री मोदी को चुनौती देने के लिए किसे उम्मीदवार घोषित करते हैं. इंडिया गठबंधन की ओर से कांग्रेस पार्टी ने यहाँ से अपने प्रदेश अध्यक्ष और पांच बार के पूर्व विधायक अजय रे को मैदान में उतारा है और अब बारी बसपा की है जो इस चुनाव में अकेले मैदान में है. बसपा ने 11 उम्मीदवारों की जो पांचवीं सूची जारी है उसके मुताबिक वाराणसी से उसने प्रधानमंत्री मोदी से मुकाबला करने के लिए एक मुस्लिम कैंडिडेट अतहर जमाल लारी को मैदान में उतारा है.
बसपा ने अपनी इस सूची में बदायूं से मुस्लिम खान को उम्मीदवार बनाया है, यहाँ से शिवपाल की जगह अब उनके पुत्र आदित्य यादव को टिकट दिया गया है. बसपा ने मैनपुरी से अपना प्रत्याशी बदल दिया है, यहां से अब शिव प्रसाद यादव को टिकट दिया गया है. वहीं बांदा से मयंक द्विवेदी, डुमरियागंज से ख्वाजा समसुद्दीन, जौनपुर से धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला सिंह को टिकट मिला है.
मायावती ने मैनपुरी से यादव वोट बैंक में सेंध लगाने और अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव की राह मुश्किल करने के लिए शिवप्रसाद यादव को मैदान में उतारा है. शिव प्रसाद यादव कमरिया यादव हैं वहीँ अखिलेश यादव घोसी यादव हैं. भाजपा ने यहां से योगी सरकार में मंत्री जयवीर सिंह को टिकट दिया है. सुरेश को प्रत्याशी बनाने के बाद मैनपुरी का चुनाव अब काफी दिलचप हो गया है. मायावती ने बलिया से ललन सिंह यादव को टिकट दिया है. सपा ने अभी तक बलिया से उम्मीदवार घोषित नहीं किया है वहीँ भाजपा ने पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पुत्र राज्यसभा सांसद नीरज शेखर को मैदान में उतारा है. जौनपुर से बीएसपी ने बाहुबली नेता धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला सिंह को टिकट दिया है.