Manufacturing PMI: देश में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर गतिविधियों में गिरावट दर्ज की गई है। सितंबर 2023 के पीएमआई आंकड़े में लगातार 27वें महीने समग्र परिचालन स्थितियों में सुधार के संकेत के बावजूद भी गिरावट निचले स्तर पर है। भारत में विनिर्माण गतिविधियां सितंबर में पांच महीने के निचले स्तर पर रही हैं। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर गतिविधियों में नए ऑर्डर में नरमी से उत्पादन वृद्धि में कमी आई है। आज मंगलवार को जारी एक मासिक सर्वेक्षण में यह जानकारी सामने आई है।
मौसमी रूप से समायोजित एसएंडपी ग्लोबल इंडिया विनिर्माण खरीद प्रबंधक सूचकांक (PMI) सितंबर में गिरकर 57.5 पर आ गया है। जो अगस्त में 58.6 था। सितंबर में यह पांच महीने के निचले स्तर पर रहा है। सितंबर के पीएमआई आंकड़े में हालांकि लगातार 27वें महीने समग्र परिचालन स्थितियों में सुधार के संकेत मिले हैं।
सूचकांक का 50 से ऊपर होने का मतलब विस्तार
पीएमआई की भाषा में सूचकांक का 50 से ऊपर होने का मतलब विस्तार होता है। जबकि 50 से नीचे होना संकुचन को दर्शाता है। एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस में अर्थशास्त्र एसोसिएट निदेशक पॉलियाना डी लीमा ने कहा कि भारत के विनिर्माण उद्योग ने सितंबर में मंदी के हल्के संकेत दिखे हैं।
मुख्य रूप से नए ऑर्डर में धीमी वृद्धि के कारण जिससे उत्पादन वृद्धि में कमी आई है। उन्होंने कहा कि फिर भी, मांग तथा उत्पादन दोनों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। कंपनियों ने एशिया, यूरोप, उत्तरी अमेरिका और पश्चिम एशिया में नए व्यवसाय को लाभ हुआ।