महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों पर निराशा जताते हुए शिवसेना नेता संजय राउत ने रविवार को अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं की दृढ़ता पर जोर दिया। महायुति गठबंधन की 235 सीटें हासिल करने वाली शानदार जीत पर टिप्पणी करते हुए राउत ने संभावित अनियमितताओं का संकेत दिया और दावा किया कि राज्य के लोग नतीजों का जश्न नहीं मना रहे हैं।
संजय राउत ने कहा, ‘हम निराश नहीं हैं, हम लड़ने वाले हैं। हम बालासाहेब ठाकरे के शिवसैनिक हैं। बालासाहेब ठाकरे ने भी अपने जीवन में जीत और हार का अनुभव किया है।’ उन्होंने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली महायुति की भारी सफलता के बावजूद सार्वजनिक जश्न का कोई संकेत नहीं था। ‘महाराष्ट्र के लोग दुखी हैं, वे खुश नहीं हैं। जश्न कहां है? भाजपा कार्यालय या एकनाथ शिंदे के आवास पर कुछ हुआ होगा, लेकिन जो नतीजे आए हैं, लोग अभी भी हैरान हैं कि यह कैसे हुआ।’
महायुति गठबंधन ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में 288 में से 235 सीटें जीतकर जीत हासिल की। अकेले भाजपा ने 132 सीटें जीतीं, जबकि उसके सहयोगी दलों- एकनाथ शिंदे के शिवसेना गुट और अजित पवार के एनसीपी गुट ने क्रमशः 57 और 41 सीटें जीतीं। इसके विपरीत, विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन को भारी झटका लगा, उसे केवल 49 सीटें मिलीं। शिवसेना (यूबीटी) को 20, कांग्रेस को 16, शरद पवार के एनसीपी गुट को 10 और समाजवादी पार्टी को 2 सीटें मिलीं।