टीम इंडिया के स्टार तेज़ गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को लेकर 83 विश्व कप के हीरो मदनलाल ने बड़ी बात बोल दी है. मदनलाल का मानना है कि बुमराह के चैप्टर को खत्म कर बोर्ड को इसी साल होने वाले ODI विश्व कप की तैयारियों के सिलसिले में आगे बढ़ना चाहिए। बुमराह को सर्जरी की सलाह दी गयी है जिससे रिकवरी में कम से कम 6 महीने लगते हैं ऐसे में बोर्ड को अपने विश्व कप की तैयारियों में बुमराह को ध्यान में रखकर आगे नहीं बढ़ना चाहिए। अब समय है कि बोर्ड उमेश यादव या किसी और गेंदबाज़ के साथ आगे बढे.
सर्जरी से रिकवरी में लगेंगे 6 महीने
कुछ दिन पहले ही यह कन्फर्म खबर आई थी कि बुमराह की पीठ में एक नयी चोट नज़र आयी है और अब सर्जरी के अलावा कोई विकल्प नहीं है. खबर के अनुसार बुमराह की यह सर्जरी न्यूज़ीलैण्ड में होनी है. बुमराह आईपीएल और WTC से अब बाहर हो चुके हैं. सर्जरी की वजह से वो विश्व कप से भी बाहर ही रहेंगे क्योंकि अक्टूबर नवंबर में होने वाले ICC एकदिवसीय विश्व कप तक उनका फिट होना नामुमकिन है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड लगातार बुमराह की टीम में वापसी की कोशिशें कर रहा है, BCCI चाहता है कि मेज़बान होने के नाते भारत इस विश्व कप को जीते। उसके पास ICC खिताब जीतने का सालों से चला आ रहा सूखा ख़त्म हो और इसीलिए वो बुमराह को विश्व कप से पहले फिट देखना चाहता है.
पुराना बुमराह मिलने की क्या गारंटी
दरअसल मदनलाल ने जो सवाल उठाया है वो जायज़ है क्योंकि किसी भी तेज़ गेंदबाज़ के लिए सर्जरी उसके कैरियर के लिए बड़ा अहम् पड़ाव होता है और सर्जरी जब पीठ की हो तो तमाम अंदेशे और भी बढ़ जाते हैं. बुमराह का गेंदबाज़ी एक्शन कहीं न कहीं इस चोट के लिए ज़िम्मेदार है , बहुत पहले से कई पूर्व तेज गेंदबाज़ इस बात का अंदेशा जता चुके थे, ऐसे में मदनलाल का यह सवाल कि सर्जरी के बाद इस बात की क्या गारंटी है उन्हें पुराना बुमराह ही मिलेगा। ऐसे में अगर आप किसी और गेंदबाज़ के साथ आगे बढ़ते हैं तो यह एक अच्छी रणनीति मानी जाएगी। मदनलाल का मानना है कि जो अस्त्र आपके पास हैं उनपर ध्यान दीजिये, उनके इस्तेमाल की कोशिश कीजिये, जो अस्त्र अभी आपके पास नहीं उसपर इतना फोकस क्यों?