तिल और लौंग के तेल का साथ में उपयोग करने से कई सारी समस्याओं से राहत मिलती है। तो चलिए जानते है तिल और लौंग के तेल के फायदे
यदि आपको हर कभी दांतों में दर्द उठ जाता है तो तिल और लौंग के तेल का इस्तेमाल करें। दर्द होने पर तिल के तेल को मुंह में डालें और इससे कुल्ला करें। यदि आप तेल का इस्तेमाल नहीं करना चाह रहे हैं तो दांत में कुछ देर के लिए लौंग को भी रख सकते हैं।
यदि त्वचा पर कहीं भी कटा- फटा या छील जाए तो तिल के तेल को लौंग के तेल के साथ मिलाकर उस स्थान पर लगा लें। कीड़ा काटने और सूजन की जगह पर भी आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
Note: यदि आपको कोई एलर्जी है या त्वचा बहुत नाजुक है तो आप लौंग के तिल का इस्तेमाल न करें। सिर्फ तिल के तेल का इस्तेमाल करें।
यदि त्वचा पर झाइयां होने लगती हैं तो तिल के तेल को लौंग के तेल के साथ मिलाकर त्वचा पर लगाएं। आप थोड़ा सा तिल का तेल लें और उसमें नींबू के रस की कुछ बूंदें डालें। ऐसा करने से खराब कोशिकाएं साफ हो जाएंगी और त्वचा चमकदार हो जाएगी।
कई बार जुकाम और सिरदर्द में भी कान का दर्द शुरू होने लगता है। ऐसे में आप लौंग के तेल का इस्तेमाल करें। दर्द को मिटाने के लिए 2 चम्मच तिल के तेल में 3-4 बूंद लौंग का तेल मिलाएं और इसे थोड़ा गर्म करें। तेल को बहुत ज्यादा गर्म न करके धीरे- धीरे कान में डालें और कान को एक सा ही रखें, कान को हिलाएं न।