हरिद्वार- यूकेपीएससी पेपर लीक मामले में एसआईटी की कार्रवाई लगातार जारी है. मामले में नई गिरफ्तारी करते हुए एसआईटी ने IAS academy के संचालक को गिरफ्तार किया है जिसने पूर्व भाजपा नेता संजय धारीवाल के साथ मिलकर J.E. भर्ती परीक्षा मामले में अपने परिचितों से लाखों रुपए का लेनदेन किया था. एसआईटी अभी तक इस मामले में 36 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है जबकि 2 लोग अभी फरार चल रहे हैं. जिन पर इनाम घोषित होने के साथ-साथ संपत्ति को कुर्क करने की कार्रवाई चल रही है.
IAS academy के सर निकले नकल माफिया
AE/JE भर्ती परीक्षा लीक मामले में कोचिंग सेंटरों की भूमिका भी अब संदिग्ध नजर आ रही है. एसआईटी ने उधम सिंह नगर के IAS के संचालक दीपेंद्र पवार को गिरफ्तार किया है. पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि दीपेंद्र ने पूर्व भाजपा नेता संजय धारीवाल के साथ मिलकर 3 छात्रों से लाखों रुपए लेकर प्रश्न पत्र लिख किया था. एसपी क्राइम रेखा यादव ने बताया इस मामले में कोचिंग सेंटर और नकल माफियाओं के बीच गठजोड़ की बात सामने आई है. जिस पर जांच करने के बाद कार्यवाही की गई.
अब तक 36 गिरफ्तार, 25 पर गैंगस्टर
एसआईटी हरिद्वार ने इस मामले में अब तक 36 लोगों की गिरफ्तारी की है. जिसमें पटवारी परीक्षा पेपर लीक मामले में 17 जबकि जेल प्रकरण में 19 गिरफ्तारियां हो चुकी है. जबकि दो अभियुक्त फरार चल रहे हैं, जिन पर इनाम घोषित होने के साथ-साथ संपत्ति कुर्की की कार्यवाही भी चल रही है. एसआईटी ने अभी तक इस मामले में कुल 25 आरोपियों पर गैंगस्टर लगाया है. जिसमें पटवारी भर्ती मामले में 7 आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. जबकि 12 के खिलाफ सप्लीमेंट्री रिपोर्ट के आधार पर गैंगस्टर एक्ट लगाया गया है. इसी तरह से AE/JE मामले में 6 आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.