उत्तर प्रदेश के कैसरगंज लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे करण भूषण सिंह के काफिले में शामिल फार्चूनर कार ने निंदूरा कटरा बाजार गोंडा में तीन नवयुवकों को रौंद दिया जिसमें दो की मौके पर ही मौत हो गयी और दो अस्पताल में ज़िन्दगी और मौतम की लड़ाई लड़ रहे हैं। करण भूषण बाहुबली बृजभूषण के पुत्र हैं जिनके खिलाफ देश की महिला पहलवानों ने यौन शोषण के आरोप लगाए थे और दिल्ली में महीनों आंदोलन चलाया था. भाजपा ने इस बार उनकी जगह उनके पुत्र को कैसरगंज लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था. बता दें कि जिस फॉर्चूनर कार ने लड़कों को रौंदा उसपर पुलिस एस्कॉर्ट लिखा हुआ है.
नौवजवानों को रौंदने के बाद करण भूषण का काफिला घटनास्थल पर रुका नहीं बल्कि ड्राइवर फॉर्चूनर छोड़कर काफिले के साथ फरार हो गया. घटना के बाद वहां भारी संख्या में लोग एकत्र हो गए. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को कब्ज़े में ले लिया है। सोशल मीडिया पर घटना के वीडियोज़ तेज़ी से वायरल हो गए हैं जिसमें देखा जा सकता है कि मृत युवकों के शव किस बुरी हालत में सड़क पर पड़े हुए हैं. फॉर्चूनर कार का आगे का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त दिखाई दे रहा है जिससे लगता है कि कार काफी रफ़्तार में थी, वहीँ युवकों की मोटरसाइकल भी बुरी तरह टूटी फूटी नज़र आती है।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि काफिले में ढेर सारी कारें शामिल थी जो तेज रफ़्तार से जा रही थी, इन्हीं में से एक कार ने मोटरसाइकल पर सवार नवयुवकों को तेज़ टक्कर मार दी जिससे दो बच्चे वहीँ पर मौत के आगोश में चले गए वहीँ दो की हालत गंभीर बताई जा रही है. लोगों का कहना है कि पूरे चुनाव के दौरान करण भूषण शरण सिंह के काफिले में 20 -25 गाड़ियां चलती थी लेकिन कोई पूछने वाला नहीं था, चुनाव आयोग के लोगों की नज़रें इनके काफिले पर नहीं पड़ती थी जो खुले आम आचार संहिता की धज्जियाँ उड़ाते हुए निकलता था. कैसरगंज में मतदान हो चूका है लेकिन काफिले में गाड़ियों की कोई कमी नहीं आयी और आज उसी काफिले ने दो कम उम्र नौजवानों को रौंद डाला। सवाल ये भी है कि मतदान ख़त्म हो जाने के बाद पुलिस एस्कॉर्ट की गाड़ी करण भूषण के काफिले में कैसे शामिल थी.