प्रधानमंत्री मोदी ने आज भारत रत्न अवार्डों का एलान कर उत्तर प्रदेश और दक्षिण की राजनीति को साधने के लिए मास्टर स्ट्रोक खेला है. पूर्व प्रधानमंत्री और रष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी के दादा चौधरी चरण सिंह को मरणोपरांत भारत रत्न देने की घोषणा करके उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन में सेंध लगाने का पक्का इंतज़ाम कर दिया है. इस घोषणा के बाद जयंत चौधरी का कहना है कि अब वो किस मुंह से भाजपा को इंकार करें, मतलब उन ख़बरों पर सीमेंट लग चूका है जिनमें कहा जा रहा था कि रालोद ने भाजपा से हाथ मिला लिया है.
भारत रत्न की घोषणा के बाद जयंत चौधरी ने एक प्रेस वार्ता कर प्रधानमंत्री मोदी की शान में कसीदे पढ़े. रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा कि मेरे लिए ये बहुत बड़ा, भावुक और यादगार पल है। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देता हूं। इस फैसले से देश में बहुत बड़ा संदेश गया है। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने साबित किया है कि वे देश की मूलभावना को समझते हैं जो फैसला आजतक पूर्व की सरकारें नहीं कर पाई वो फैसला नरेंद्र मोदी ने कर लिया।
जयंत चौधरी ने वैसे तो अभी तक औपचारिक रूप से एनडीए में जाने का ऐलान तो नहीं किया है लेकिन शुक्रवार को उन्होंने जिस तरह प्रधानमंत्री मोदी के गुणगान किये उससे राजनीति के गलियारों में ये चर्चा तेज हो गई है कि जयंत चौधरी जल्द ही एनडीए का दामन थाम लेंगे। दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का कहना है कि जयंत चौधरी इंडिया गठबंधन के साथ ही हैं। मीडिया में जो ख़बरें चल रही है वो प्लांटेड ख़बरें हैं, हालाँकि कि उन्होंने ये भी कहा कि जयंत अगर इंडिया अलायन्स के साथ नहीं भी रहेंगे तब भी सपा-कांग्रेस और दूसरे सहयोगियों के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश में भाजपा को बुरी तरह हराएंगे।