समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने शुक्रवार को विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ भाजपा सांसद घनश्याम तिवारी की टिप्पणी पर तीखी नोकझोंक के बाद उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ से माफी मांगने की मांग की। उन्होंने कहा, “मैंने सभापति द्वारा इस्तेमाल किए गए लहजे पर आपत्ति जताई। हम स्कूली बच्चे नहीं हैं। हममें से कुछ बुजुर्ग हैं। मैं उनके लहजे से परेशान थी और खासकर जब विपक्ष के नेता बोलने के लिए खड़े हुए, तो उन्होंने माइक बंद कर दिया।”
जाया बच्चन के साथ सोनिया गांधी समेत कई अन्य महिला सांसद भी थीं। इन महिला सांसदों ने राज्यसभा के सभापति के खिलाफ उनके दावों का समर्थन किया। शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, “समाजवादी पार्टी सांसद जया बच्चन के पास उपराष्ट्रपति से कहीं अधिक अनुभव है। वह संसद सदस्य का अपमान नहीं कर सकते।” टीएमसी सांसद डोला सेन ने कहा, “वह यहां सेलिब्रिटी के तौर पर नहीं आई हैं। वह यहां निर्वाचित सांसद के तौर पर आई हैं।”
इससे पहले आज विपक्षी राज्यसभा सांसदों द्वारा भाजपा सांसद घनश्याम तिवारी की विपक्ष के नेता के बारे में की गई टिप्पणी को हटाने की मांग के बीच सपा सांसद जया बच्चन ने सभापति जगदीप धनखड़ की टिप्पणी के लहजे पर टिप्पणी की। सभापति ने जया बच्चन की टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि उन्हें स्कूली शिक्षा नहीं चाहिए और वह किसी स्क्रिप्ट के अनुसार नहीं चलते और उनकी अपनी स्क्रिप्ट है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए विपक्षी सदस्यों ने राज्यसभा से वाकआउट कर दिया।