भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार अगले दो साल में 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा. ये दावा नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने किया है. उनके मुताबिक 2026 तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और देश की जीडीपी 5,000 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच जाएगी. अरविंद पनगढ़िया ने कहा कि 2027 तक अर्थव्यवस्था का आकार 5,500 अरब डॉलर से अधिक हो जाएगा. नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष ने 18वें सीडी देशमुख मेमोरियल लेक्चर में ये भी दावा किया ऐसा यह संभव ही नहीं है कि आने तीन सालों में जर्मनी या जापान की जीडीपी 5 ट्रिलियन डॉलर के आंकड़े को पार कर जाय.
अपने व्याख्यान में अरविंद पनगढ़िया ने कहा कि जापान को 2022 में 4,200 बिलियन अमेरिकी डॉलर के स्तर से 2027 में 5,030 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक अगर पहुंचना है तो 3.5 फीसदी की दर से बढ़ोतरी करनी होगी. वहीँ जर्मनी की जीडीपी 2023 में 4,400 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 2026 में 4,900 बिलियन अमेरिकी डॉलर और 2027 में 5,100 बिलियन अमेरिकी डॉलर पहुँच सकती है। पनगढ़िया के मुताबिक इन अनुमानों को देखते हुए सवाल बीएस यही है कि भारत की विकास दर कितनी जल्दी इन दो देशों की जीडीपी से आगे निकलेगी ?
नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष ने कहा कि भारत में डॉलर की कीमत फिलहाल 10.22 फीसदी की सालाना औसत दर से बढ़ी है. इस दर के हिसाब से भारत की जीडीपी 2026 में 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर और 2027 में 5,500 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच जाएगी। उन्होंने अनुमान लगाया कि इस बात की काफी संभावनाएं हैं कि 2026 के अंत तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। पनगढ़िया ने कहा कि भारत को इस पर ध्यान देना चाहिए अपनी आर्थिक इकाइयों को बड़ा बनाने के लिए आवश्यक कदम। चिंतामन द्वारकानाथ देशमुख भारतीय रिजर्व बैंक के पहले भारतीय गवर्नर थे। उनका कार्यकाल 1943 से 1949 तक रहा।